फर्जी बिल लगाकर नारो पंचायत में सरकार को सरपंच -सचिव लगा रहे चूना,धुंधले बिलों की आड़ में भ्रष्टाचार का चल रहा खेल

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फर्जी बिल लगाकर नारो पंचायत में सरकार को सरपंच -सचिव लगा रहे चूना,धुंधले बिलों की आड़ में भ्रष्टाचार का चल रहा खेल



फर्जी बिल लगाकर नारो पंचायत में सरकार को सरपंच -सचिव लगा रहे चूना,धुंधले बिलों की आड़ में भ्रष्टाचार का चल रहा खेल


रवि शुक्ला,मझौली

वित्तीय मामलों में पारदर्शिता के लिए शासन स्तर पर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों और बिचौलियों की मिलीभगत के सामने सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाएं पंचायतों में अनदेखी एवं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है । पंचायत दर्पण पोर्टल पर अधिकांश पंचायतों के सरपंच-सचिवों ने फर्जी बिल-बाउचर अपलोड कर लाखों रुपए आहरित कर लिए जाते है। पंचायत पोर्टल पर लगाए गए बिलों का सत्यापन करने वाले कोई नहीं है। अगर है भी उसे नजर अंदाज कर दिया जाता है,हैरानी की बात तो यह कि पंचायतों के द्वारा पोर्टल पर अपलोड किए गए बिल-बाउचर धुंधले लगाए जाते हैं।
 ऐसा ही मामला जनपद पंचायत मझौली के ग्राम पंचायत नारो का प्रकाश में आया है। यहां स्टेशनरी, मटेरियल, फोटो कॉपी, प्रिंट ऑउट,मोबाइल रिचार्ज के साथ ही मटेरियल खरीदी के नाम पर फर्जी और धुंधले बिल बाउचर लगाकर शासकीय राशि खुर्द-बुर्द की जा रही है। 


धुंघले बिलों की आड़ में हो रहा खेल 


ग्राम पंचायतों नारो में पंचायत दर्पण में अपलोड किए जाने वाले बिलो की धुंधली या ना पढ़े जा सकने वाले बिलो को अपलोड किया जा रहा है ग्राम पंचायत ऐसे बिलो की आड़ में बड़ा फर्जीवाड़ा बड़े पैमानें पर जारी है पंचायतों में किए गए विकास कार्यों के संबंध में पारदर्शिता के लिए पंचायत दर्पण एप पर कार्यों व बिलों की जानकारी अपलोड किया जाता हैं। ऐसे में ग्राम पंचायत नारो में भुगतान किए गए कई बिल धुंधले दिख रहे हैं। ऐसे में पता नहीं चल रहा कि उन्होंने कहां से क्या और कितने रुपए का खरीदा है। इन पंचायतों में निमार्ण कार्यों के लिए लाखों की राशि खर्च की गई।बिलों में पारदर्शिता नहीं होने से पंचायतों में हुए कार्यों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पंचायत दर्पण में अपलोड किए गए बिल बाउचर बिल आईडी नंबर 14658382 बिल नंबर 105 ,बिल आईडी नंबर 14618488 बिल नंबर 107 में रामशिरोमणि गुप्ता को भुगतान किया गया,बिल आईडी नंबर 13491612 बिल नंबर 73 में रमेश कुमार केवट को भुगतान किया गया,बिल आईडी नंबर 13491486 बिल नंबर 23 में मुकेश किराना एंड कंप्यूटर को भुगतान किया गया जिसमें सभी बिल धुंधले हैं। ये केवल कुछ बिल बाउचर है अगर सभी बिलों की पड़ताल की जाए तो लाखों रुपए का घोटाला सामने आ सकता है,धुंधले बिल से यह जाहिर नहीं हो पाता कि बिल सही लगा है या गलत आखिर ऊपर बैठे जिम्मेदार अधिकारी इसको रोक क्यों नहीं पा रहे है,यह एक बड़ा सवाल है 


मोबाइल डाटा रिचार्ज के नाम पर फर्जीवाड़ा


नारो पंचायत में सरपंच सचिव और रोजगार सहायक की मिलीभगत से मोबाइल डाटा रिचार्ज के नाम पर भी जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है, बिल आईडी नंबर 14658327 बिल नंबर 2 में 6 महीने का रिचार्ज का भुगतान 500 महीने की दर से 3000 रुपए किया गया,बिल आईडी नंबर 14656126 बिल नंबर 1 में अक्टूबर और नवंबर माह का मोबाइल रिचार्ज भुगतान 1000 रुपए माह के दर से 2000 रुपए किया गया जिसका भुगतान ग्राम रोजगार सहायक को किया गया,वही बिल आईडी नंबर 13430720 अप्रैल 2023 से दिसंबर 2023 तक का मोबाइल रिचार्ज 4500 रुपए किया गया है,यह डाटा पंचायत दर्पण से लिया गया है,जिस हिसाब से मोबाइल डाटा रिचार्ज के नाम पर भुगतान किया गया है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर पूरे वित्तीय वर्ष की जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जांच की जाए तो लाखों रुपए रुपए के फर्जी बिल भुगतान का फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।

नोट:- खबर का प्रकाशन पंचायत दर्पण से डाटा लेकर किया गया है। 

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