सीधी में 60 स्कूलों में संचालित है वोकेशनल कोर्स,दस हजार विद्यार्थी प्राप्त कर रहे है व्यावसायिक शिक्षा
सीधी
एपीसी रमसा डॉ सुजीत कुमार मिश्रा ने जानकारी देकर बताया कि सीधी जिले के पांचों विकास खण्ड में 60 विद्यालयों में कुल 9 ट्रेड संचालित है। कृषि में 1472, ब्यूटी एण्ड वेलनेस में 1471, इलेक्ट्रानिक एवं हार्डवेयर में 803, हेल्थ केयर में 724, आई.टी. में 4153, फिजिकल ऐजुकेशन में 160 एवं सिक्योरिटी में 102, सीविंग मशीन(अपेरल) में 905, प्लम्बिंग में 156 छात्र दर्ज है। कुल 4502 बालक एवं 5444 बालिकाएं योग 9946 विद्यार्थी व्यावसायिक शिक्षा लाभ उठा रहे हैं।
अकेले आई.टी. के क्षेत्र में 4153 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बालिकायें किसी से पीछे नहीं हैं। ब्यूटी एण्ड वेलनेश में 1471 छात्राएं स्किल सीख रही हैं। इसके अतिरिक्त हेल्थ केयर फिजिकल एजुकेशन और इलेक्ट्रानिक हार्डवेयर में व्यावसायिक शिक्षा ले रही है।
वोकेशनल वाले विद्यालयों में कुल 102 अतिथि शिक्षक आमंत्रित किये गये हैं जो सैद्धांतिक कोर्स के अतिरिक्त प्रैक्टिकल, इंडस्ट्री विजिट, गेस्ट लेक्चर, भविष्य के लिये जांबरोल इत्यादि कार्य में लगे हुये हैं। उन शिक्षकों का जिला स्तर पर उन्मुखीकरण किया गया एवं जाबरोल, प्रैक्टिकल इत्यादि कार्य हेतु जिला शिक्षा अधिकारी डॉ पी एल मिश्र के निर्देशानुसार 11 जनवरी को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडीपीसी श्री प्रवीण शुक्ल ने अतिथि शिक्षकों को शिक्षक दैनिन्दिनी बनाने और प्रत्येक माह की 2 तारीख तक उपस्थिति विमर्श पोर्टल में लॉक करने हेतु समझाइस दी गई।
जैसे-जैसे दुनिया बढ़ रही है ठीक वैसे ही पढ़ाई करने के तरीके भी बदल रहे हैं। पहले मां-बाप अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर ही बनना पसंद करते थे क्योंकि केवल इसी क्षेत्र में रोजगार के अवसर हुआ करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। प्रशिक्षण और कुशलता हमारे कैरियर रूपी ट्रेन का इंजन है, जिसके बिना हमारी जिंदगी की गाड़ी चल ही नहीं सकती। इसलिए यदि जीवन में आगे बढ़ाना है, सफल होना है, तो हमारे अंदर स्किल का होना बहुत जरूरी है यही व्यावसायिक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है।
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