Cyber Fraud: साइबर फ्राड से बचने अपनाएं ये टिप्स, भूलकर भी न करें यह काम नहीं खाली हो जाएगा आपका अकाउंट
रवि शुक्ला
डिजिटल युग में रोजाना नए तरीके के साइबर फ्रॉड सामने आ रहे हैं. सरकार लोगों को जागरूक करने के लिए विज्ञापन दे रही है, जो नाकाफी साबित हो रहे हैं. कहीं दूर बैठे साइबर अपराधी तकनीक के जरिए लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं.
बचने का फिलहाल एक ही उपाय है जागरूक रहें कि आपके लालच, डर और लापरवाही के चलते बिना अपनी शक्ल दिखाए कोई आपका बैंक खाता तक खाली कर सकता है. ऐसे में भगवान भरोसे मत रहिए. सतर्क रहिए और जागरूक रहिए और दूसरों को भी जागरूक करिए.
स्कैमर पुलिस या कस्टम अधिकारी बनकर फोन करते हैं. वो लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग या ड्रग्स कंसाइनमेंट जैसे आरोप में शामिल होने का दावा करते हैं. इसके बाद लोग डरकर स्कैमर को पैसे भेज देते हैं.
साइबर अपराध से कैसे बचें
1. अगर आपको इस बारे में कॉल किया जाता है कि TRAI आपका फ़ोन डिस्कनेक्ट करने जा रहा है, तो जवाब न दें आप फ्राड के शिकार हो सकते हैं।
2. अगर FedEx, DHL, BlueDart आदि कोई कुरियर आपको किसी पैकेज के बारे में कॉल करता है और 1 या 9 या कुछ और दबाने के लिए कहता है, तो जवाब न दें.
3. अगर कोई पुलिस अधिकारी आपको कॉल करता है और आपसे आपके आधार के बारे में बात करता है, तो जवाब न दें ।
4. अगर वे आपको बताते हैं कि आप 'डिजिटल गिरफ़्तारी' में हैं, तो जवाब न दें ।
5. अगर वे आपको बताते हैं कि आपके लिए या आपके द्वारा भेजे गए किसी पैकेज में ड्रग्स पाए गए हैं, तो जवाब न दें ।
6. अगर वे कहते हैं कि आप किसी को नहीं बता सकते, तो उनकी बात न सुनें । आप तुरन्त 1930 पर साइबर क्राइम पुलिस को सूचित करें।
7. अगर वे आपसे WhatsApp या SMS के ज़रिए संपर्क करते हैं, तो जवाब न दें।
8. अगर कोई आपको कॉल करके कहता है कि उसने गलती से आपके UPI आईडी पर पैसे भेज दिए हैं और वह सिर्फ अपना पैसा वापस चाहता है, तो जवाब न दें .
9. अगर कोई कहता है कि वह आपकी कार या आपकी वॉशिंग मशीन या आपका सोफा खरीदना चाहता है और कहता है कि वह सेना या CRPF से है और आपको अपना आईडी कार्ड दिखाता है, तो जवाब न दें ।
10. अगर कोई कहता है कि वह स्विगी या ज़ोमैटो से कॉल कर रहा है और उसे 1 या कुछ और दबाकर अपने पते की पुष्टि करने की आवश्यकता है, तो जवाब न दें ।
11. अगर वे आपसे ऑर्डर या राइड या जो भी रद्द करने के लिए ओटीपी साझा करने के लिए कहते हैं, तो जवाब न दे, किसी भी स्थिति में, अपना ओटीपी फोन पर किसी के साथ साझा न करें ।
12. कभी भी वीडियो मोड पर किसी कॉल का जवाब न दें , ऑफ़लाइन सत्यापित करें ।
13. हमेशा जाँच करें कि क्या ऐसे पत्र अधिकृत सरकारी पोर्टल से हैं
14. स्कैमर पुलिस या कस्टम अधिकारी बनकर फोन करते हैं. वो लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग या ड्रग्स कंसाइनमेंट जैसे आरोप में शामिल होने का दावा करते हैं. इसके बाद लोग डरकर स्कैमर को पैसे भेज देते, हैं.इसको नजरअंदाज करें कोई भी अधिकारी आपको फोन नहीं करते।
15. एपीके फाइल के नाम पर फ्राड चल रहा है। कोई भी इसे डाउनलोड न करे, एपीके फाइल वॉट्सएप पर लोगों द्वारा शेयर किया जाता है इसे डाउनलोड न करें नहीं आपके साथ भी फ्राड हो सकता है.
डिजिटल स्वच्छता के मामले में, अपना पता, स्थान, फ़ोन, आधार, पैन, जन्मतिथि या कोई भी व्यक्तिगत विवरण किसी के साथ फ़ोन या संदेशों पर साझा न करें.
साइबर जालसाज आपको फंसाने और ठगने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं।
उपरोक्त सभी के बावजूद, यदि आप फंस जाते हैं तो बिना किसी हिचकिचाहट के स्थानीय साइबर पुलिस को 1930 पर रिपोर्ट करें, भले ही यह आपकी प्रतिष्ठा से समझौता करने के बराबर ही क्यों न हो।
साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय
मजबूत पासवर्ड बनाएंः
अपने सभी अकाउंट्स के लिए अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें. पासवर्ड में अक्षर, संख्या और विशेष चिन्हों को शामिल करें.
पब्लिक वाई-फाई से सावधान रहेंः
पब्लिक वाई-फाई पर संवेदनशील जानकारी जैसे बैंकिंग डिटेल्स या पासवर्ड शेयर न करें.
अनजान लिंक्स पर क्लिक न करेंः किसी भी अनजान लिंक पर ने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें.
अपने डिवाइस को अपडेट रखेंः
अपने स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य डिवाइस को हमेशा अपडेट रखें.
एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करेंः
एक अच्छे एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करें.
टू-फैक्टर ऑथेटिकेशन का इस्तेमाल करेंः
जहां भी संभव हो, टू-फैक्टर ऑथेटिकेशन (Two-Factor Authentication) का इस्तेमाल करें. इससे आपको साइबर फ्रॉड से बचने में मदद मिलेगी.
पर्सनल डिटेल्स शेयर न करेंः
किसी भी अजनबी के साथ अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें.
फिशिंग हमलों से सावधान रहेंः
फिशिंग हमलों में आपको फर्जी वेबसाइट या ईमेल के माध्यम से आपकी पर्सनल डिटेल्स देने के लिए कहा जाता है.
सोशल मीडिया पर सावधान रहेंः
सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को मजबूत बनाएं और अजनबियों से सावधान रहें.
जागरूक रहेंः
साइबर फ्रॉड के बारे में जागरूक रहें और अपने परिचितों को भी इस बारे में बताएं.
लालच, डर और लापरवाही से बचेंः
किसी मैसेज, कॉल, ईमेल, चैट, डिजिटल कॉल में यह ख्याल रखें कि आपका लालच, डर और लापरवाही आपको भारी पड़ सकता है. अकेले कोई फैसला न लें. भरोसेमंद लोगों से सलाह लें और पुलिस को जरूर सूचित करें.
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