Sidhi News: नैनिहालों के हक में डाका डाल रहे समूह संचालक ,मामला मझौली जनपद क्षेत्र अंतर्गत
रवि शुक्ला,मझौली, मोबाइल नंबर 9713489063
जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत संचालित सरकारी स्कूलों में सरकार द्वारा चलाई जा रही मध्यान भोजन
महज समूह संचालकों की कमाई का जरिया बन रहा है, समूह संचालकों एवं जिम्मेवारों की मनमानी चरम सीमा पर है, जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई के लिए कदम न उठाया जाना कई सवाल पैदा कर रहा है।
जहां स्कूलों में बच्चों को रुचिकर भोजन के नाम पर मीनू को दर किनार कर पानी युक्त दाल और चावल परोसा जा रहा है। बीते कल दिन मंगलवार को भ्रमण के दौरान ऐसा ही मामला मझौली जनपद अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपई डोल तथा प्राथमिक शाला भेलकी डोल, तिलवारी का प्रकाश में आया है जहां दोपहर 1:15 बजे मीडिया टीम पहुंची जहां दोपहर में बच्चों को रुचिकर भोजन को दर किनार कर भोजन परोसा गया था।
केस नं.1: पूर्व माध्यमिक विद्यालय रुपई डोल
शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपई डोल में 1:15 में पहुंची टीम जहां रसोईया से पूछा गया तो बताया कि आज पुलाव और खीर बना हुआ है,हालांकि खीर में दूध नाम मात्र का खिचड़ी जैसे बना हुआ था, वही स्कूल में पदस्थ शिक्षक से रुचिकर भोजन के बारे जानकारी ली गई तो उनके द्वारा कहा गया कि समूह संचालक को मीनू के अनुसार भोजन के लिए लिखित में नोटिस दी गई इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है,आपको बता दें कि मंगलवार के दिन पुलाव के साथ खीर,हलवा और मूंग बड़ी,आलू, टमाटर की सब्जी दोपहर भोजन में होना चाहिए बावजूद नियमों को दर किनार करते हुए नैनिहालों के हक में समूह संचालक डाका डाल रहे हैं। शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूपई डोल मध्यान भोजन की जिम्मेदारी नंदिनी स्व सहायता समूह द्वारा संभाली जा रही है
केस नं.2 : प्राथमिक विद्यालय भेलकी डोल, तिलवारी
प्राथमिक विद्यालय भेलकी डोल, तिलवारी में 1: 30 बजे भ्रमण के दौरान बच्चों की थाली में चावल, दाल और दाल के साथ पकी आलू परोसा गया था. पूछने पर रसोईया ने बताया कि समूह संचालक द्वारा जो भोजन दिया जाता है वही बच्चों को खिलाते हैं दोपहर में बच्चों को रुचिकर भोजन में पानी युक्त दाल के साथ चावल और उसी में आलू देखने को मिली, रसोईया द्वारा बताया गया की रोज यही खाना बनता है आज तक चावल, दाल के अलावा समूह संचालक द्वारा कुछ नहीं दिया जाता,शासकीय प्राथमिक विद्यालय भेलकी डोल, तिलवारी में मध्यान भोजन की जिम्मेदारी मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह द्वारा संभाली जा रही है।
पूछने पर बच्चों ने बताया कि मध्यान भोजन में हमेशा दाल चावल ही मिलता है मीनू के अनुसार खीर पूड़ी के संबंध में पूछने पर बच्चों ने बताया कि हम लोगों को आज तक दाल चावल के अलावा भोजन में और कुछ भी नहीं मिला है जैसा खाना थाली में इस तरह का खाना हमेशा मिलता है।
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