MP News: बाजार में एडिशनल एसपी बन वर्दी में घूम रही थी युवती, पुलिस ने पकड़ा, फर्जी IPS अधिकारी पर केस दर्ज
भोपाल के नकली कांस्टेबल पकड़े जाने के बाद अब फर्जी महिला एडिशनल एसपी को गिरफ्तार किया गया है. युवती एडिशनल एसपी की यूनिफॉर्म पहनकर न्यू मार्केट में पहुंची थी. बाजार में उसका सामना टीटी नगर थाने की महिला एसई से हुआ.
बातचीत के दौरान महिला एसआई को शक हुआ. तुरंत ही युवती को लेकर वह थाने आई. सख्ती से पूछताछ करने पर युवती ने बताया कि अपना नाम शिवानी चौहान बताया. यह भी बताया कि वह एमआईजी रोड, इंदौर की रहने वाली है और यूट्यूब पर देखकर इंदौर से वर्दी बनवाई है. युवती के खिलाफ केस दर्ज किया गया. हालांकि शुक्रवार रात उसे जमानत देकर थाने से छोड़ दिया गया. युवती ने बताया कि वह यूपीएससी का मेंस एग्जाम क्लियर कर चुकी है. युवती के पिता ड्राइवर हैं, मां हाउसवाइफ हैं.
दरअसल, युवती इंदौर से भोपाल आई थी. शुक्रवार दोपहर अपने मौसेरे भाई और भाभी के साथ वह न्यू मार्केट घूमने पहुंची. इसी बीच मस्जिद की दुकान के पास महिला एसआई ने युवती को एडिशनल एसपी की वर्दी में देखा. महिला एसआई उसके पास पहुंची. नेम प्लेट और बैज नंबर पर पड़ी तो उन्हें शक हो गया. बैज के नंबर आरक्षक और प्रधान आरक्षक के होते हैं जबकि अधिकारियों की नेम प्लेट पर केवल नाम होता है. महिला एसआई समझ गई कि युवती फर्जी अधिकारी है. उन्होंने युवती को हिरासत में लिया. युवती के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया.
युवती ने बताया कि उसकी मां की तबीयत बेहद खराब है. मां को खुशी देने के लिए उनके जीते जी यूपीएससी में सिलेक्शन होने और पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी की फर्जी कहानी रची. युवती घरवालों के तानों से परेशान हो गई थी, इसलिए उसने कहा कि उसका चयन पुलिस सेवा में हो गया है. जब कई महीने तक नौकरी ज्वाइन नहीं की तो घरवालों ने सवाल शुरू कर दिए. परेशान होकर इंदौर से युवती नौकरी ज्वाइन करने की बात कहकर भोपाल आई थी.
शिवानी ने पुलिस को बताया कि उसने इंदौर में पुलिस कैंटीन के सामने स्थित स्टोर से पुलिस की वर्दी, बेल्ट और जूते खरीदे थे. वहीं से ही उसने बैज भी बनवाया था. एडिशनल एसपी की वर्दी कैसी होती है, उस पर अशोक चिन्ह और सितारे कितने होते हैं और कैसे लगाए जाते हैं? यह सब उसने यूट्यूब पर देखकर सीखा. इसी आधार पर वर्दी तैयार कराई थी.
एसीपी चंद्र शेखर पांडे ने बताया, 'युवती न्यू मार्केट में वर्दी के साथ देखी गई थी. महिला आरक्षकों ने संदेह होने पर उससे पूछताछ की थी. शक होने पर थाने लाया गया. पूछताछ करने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ. उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.'
0 टिप्पणियाँ