चौकीदार के भरोसे खजुरिया पंचायत, सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक रहते हैं नदारद

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चौकीदार के भरोसे खजुरिया पंचायत, सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक रहते हैं नदारद



चौकीदार के भरोसे खजुरिया पंचायत, सरपंच, सचिव रोजगार सहायक रहते हैं नदारद 

रवि शुक्ला,मझौली 

मझौली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुरिया के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक की मनमानी चरम पर है, इनकी मनमानी से ग्रामीण हलकान एवं परेशान हो रहे हैं, ग्रामीणों के पास तक न तो शासन की महत्वाकांक्षी योजना पहुंच पाती और न हीं योजना का लाभ मिल पाता,यह हम नहीं कह रहे हैं यह पंचायत के चौकदार रंगीलाल ने द्वारा बताया गया है, जब चौकीदार से पूछा गया कि ग्रामीणों की समस्या का समाधान कैसे होता है तो उनके द्वारा कहा गया कि कोई आता ही नहीं तो कैसे समस्या का समाधान हो पाएगा।

 आपको बता दें कि आज जब 30 सितंबर को खजुरिया पंचायत का भ्रमण किया गया जहां पंचायत का ताला तो खुला था लेकिन पंचायत का गेट बंद था और वहीं पंचायत परिसर में पेड़ के नीचे ताश पत्ते के खिलाड़ियों का जमावड़ा लगा था जब वहां के लोगों से पूछा गया तो चौकीदार जिनका घर पंचायत के बगल में बना था, उनको बुलाया गया। चौकीदार से पूछने पर बताया गया कि सरपंच एवं रोजगार सहायक कभी नहीं आते और जब  सचिव के बारे मे पूछा गया तो बोले कि कभी कभार छोड़ दें तो आते हैं,जब चौकीदार से सरपंच का नाम पूछा गया तो उनको सरपंच का नाम ही नहीं पता था इससे यह साबित होता है कि सरपंच ममता साकेत पंचायत में कभी नहीं आती पंचायत का संचालन सरपंच के पति पूजन राम साकेत द्वारा संचालन किया जाता है।
अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब चौकीदार को ही सरपंच का नाम नहीं पता है तो ग्रामीणों को कैसे पता होगा इससे साफ जाहिर होता है कि सरपंच पंचायत में कभी नहीं आती, सरपंच, सचिव,रोजगार सहायक के नदारद से ऐसा प्रतीत होता है कि यह सभी फील्ड में भ्रष्टाचार की इबारत लिखते होंगे, हालांकि खजुरिया पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार भी किया गया है भ्रष्टाचार की खबर अगले अंक में प्रकाशित की जाएगी,अब देखना यह होगा कि खबर प्रशासन के बाद क्या कुछ कार्रवाई की जाएगी।

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