मड़वास तहसीलदार द्वारा पैसे की मांग किए जाने की हुई शिकायत,जांच जारी
सालों से लटका पड़ा है सह भूमि स्वामियों पट्टेदारो के भूमि का बंटवारा प्रकरण
रवि शुक्ला,मझौली
शिकायत कर्ता द्वारा सीधी कलेक्टर एवं मझौली एसडीएम को दिए गए शिकायती आवेदन दिया गया जहां शिकायत कर्ता द्वारा मड़वास तहसीलदार पर पैसे मांगे जाने का गंभीर आरोप लगाया है वहीं शिकायत कर्ता बद्री प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि मड़वास तहसीलदार संतोष अरिहा के द्वारा काम किए जाने के एवज में एक लाख रुपए मांग की गई थी तथा पैसा नहीं दिए जाने पर काम नहीं किए जाने का भी गंभीर आरोप भी लगाते हुए तहसीलदार विरूद्ध कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाई है।
शिकायत कर्ता के द्वारा सीधी कलेक्टर के जनसुनवाई एव एसडीएम को दिए गए आवेदन पत्र की छाया प्रति एव बाइट बयान के माध्यम बताया गया हम लोग सन 2022 में सह खाते की कृषि भूमि के बंटवारे के संबंध में आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था जिसमें तीन बार पटवारी के द्वारा समस्त पक्षकारो को सूचना उप बसरांत फर्द पुली तैयार कर तीन बार प्रस्तुत की जा चुकी है प्रकरण के अंतिम तर्क के दौरान अनावेदक के द्वारा दिनांक 26 मार्च 2024 को राजस्व निरीक्षक की निगरानी में टीम गठित कर पुल्ली बनाए जाने का आवेदन प्रस्तुत किया गया था दिनांक 6 मई 2024 को अनावेदक के आवेदन पत्र का निराकरण करते हुए मड़वास तहसीलदार श्री संतोष अरिहा के द्वारा अनावेदक का आवेदन पत्र निरस्त कर दिया गया था, आवेदन पत्र निरस्त करने के उपरांत तहसीलदार श्री अरिहा के द्वारा आवेदको में से भगवत प्रसाद द्विवेदी एवं वरुणेश द्विवेदी को अपने निवास में मिलने के लिए बुलाया गया एवं उनसे 1 लाख रुपए लेकर आने के लिए कहा गया जब आवेदक श्री अरिहा के द्वारा की गई एक लाख रुपए की मांग को पूरा नहीं किया गया तब मड़वास तहसीलदार श्री अरिहा के द्वारा कहा गया कि यदि आप मेरे द्वारा कही गई उक्त राशि मुझे नहीं देते हैं तो आप लोगों के खिलाफ आदेश पारित कर दूंगा शिकायत कर्ता द्वारा एसडीएम मझौली एव सीधी कलेक्टर को दिए गए आवेदन के अनुसार दिनांक 13 मई.2024 को आवेदन का अंतिम तर्क सुनकर लिया गया था एवं प्रकरण आगे आदेश दिनांक 17 मई 2024 के लिए नियत कर लिया गया था आवेदक के द्वारा श्री अरिहा के द्वारा रखी गई उक्त मांग को पूरा न करने के कारण प्रकरण में दिनांक 17 मई .2024 को कोई आदेश पारित नहीं किया गया एवं दिनांक 30 मई .2024 को एक बार निरस्त किए गए आवेदन को स्वयं संज्ञान में लेते हुए मड़वास तहसीलदार संतोष अरिहा ने अनावेदक के द्वारा प्रस्तुत आवेदन को स्वीकार कर लिया गया एवं राजस्व निरीक्षक का निगरानी में टीम गठित कर पुनः पुल्ली बनाए जाने का आदेश कर दिया गया जो की विधि की मनसा के सर्वथा प्रतिकूल है। अब देखना होगा जबकि प्रकरण 2 वर्ष पूर्व से चल रहा है अभी तक इसका निपटारा नहीं किया गया है ,हालांकि इस मामले को लेकर मझौली तहसीलदार को जांच अधिकारी बनाया गया जिसकी जांच चल रही है, अब देखना यह होगा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित के खिलाफ क्या कुछ कार्यवाही की जाएगी।
इनका कहना है
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यह सही है इनका मामला चला रहा था ये लोग आपस में सहमत नहीं हुए इसलिए हमने पुल्ली खारिच कर दिया, हमने किसी तरह की पैसे की कोई मांग नहीं की है,यह सरासर झूठ है
संतोष अरिहा
तहसीलदार मड़वास
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इस संबंध में शिकायत मिली है जांच के लिए तहसीलदार मझौली को आदेशित किया गया है,जांच रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है अगर जांच सही पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध कलेक्टर साहब को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा
आर.पी. त्रिपाठी
एसडीएम ,मझौली
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