मझौली कॉलेज में अव्यवस्थाओं को लेकर एबीवीपी ने सौपा ज्ञापन, 10 दिवस के अंदर मांगे नहीं पूरी हुई तो होगा उग्र आंदोलन

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मझौली कॉलेज में अव्यवस्थाओं को लेकर एबीवीपी ने सौपा ज्ञापन, 10 दिवस के अंदर मांगे नहीं पूरी हुई तो होगा उग्र आंदोलन



मझौली कॉलेज में अव्यवस्थाओं को लेकर एबीवीपी ने सौपा ज्ञापन, 10 दिवस के अंदर मांगे नहीं पूरी हुई तो होगा उग्र आंदोलन

मझौली 
  शासकीय कला एवं वाणिज्य  महाविद्यालय मझौली की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त बनाए जाने को लेकर एबीवीपी के छात्र नेताओं के तत्वाधान में कलेजी छात्र -छात्राओं ने धरना प्रदर्शन 15 बिंदुओं का मांग पत्र का कॉलेज प्रबंधन को सौंपा गया है। जिसमें अल्टीमेटम दिया गया है कि यदि 10 दिवस के अंदर मांगे पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी  कॉलेज प्रशासन की होगी। जिसकी क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग संभाग रीवा, एवं कुल सचिव अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा को भेजी गई है।
 छात्र-छात्राओं एवं एबीवीपी के छात्र नेताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि मझौली उपखंड की इकलौती  महाविद्यालय जो विगत 3 दशकों से अव्यवस्थाओं के साए में संचालित हो रही है जिससे विद्यालय में अध्ययनरत छात्र -छात्राओं को पठन पाठन एवं सुरक्षात्मक समस्याओं की परेशानी झेलनी पड़ती है। विद्यालय परिसर की बाउंड्री वॉल चारों तरफ से टूटी पड़ी है जहां पर सामाजिक तत्वों का जमा बड़ा रहता है दारू की बोतले चारों तरफ पड़ी हुई हैं, महाविद्यालय में अभी तक वाहन पार्किंग नहीं बनाई गई है स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं कॉलेज की गेट पर वहन खड़ा कर देते हैं जिससे छात्र-छात्राओं को कॉलेज के अंदर जाने में परेशानी होती है, लाइब्रेरी में पुस्तकों की व्यवस्था नहीं है, क्लास रूमों के खिड़की दरवाजे टूटे हुए हैं पंख बिगड़े हुए हैं, वाचनालय में छात्र संख्या की दृष्टि से स्थान काफी कम है, महाविद्यालय में कैंटीन व्यवस्था न होने से छात्र-छात्राओं को बाहर जाना पड़ता है, यहां प्राथमिक उपचार व्यवस्था के लिए बॉक्स नहीं रखा गया है, छात्राओं के लिए कॉमन रूम की समुचित व्यवस्था एवं स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सामग्री की व्यवस्था नहीं की गई है। प्राध्यापक एवं अतिथि विद्वान मनमानी ढंग से कॉलेज में पहुंचते हैं समय की कोई पाबंदी नहीं रहती क्लासेस समुचित ढंग से नहीं संचालित की जा रही हैं। पठन-पाठन व्यवस्था बिगड़ी हुई है जिसको लेकर हम लोगों द्वारा आज 18 जून दिन मंगलवार को कॉलेज में धरना प्रदर्शन कर 15 बिंदुओं का मांग पत्र सौंपा जाकर मांग की गई है  कि। क्लास रूमों में खिड़की दरवाजे एवं पंखों की व्यवस्था की जाए, क्लासे नियमित रूप से संचालित की जाए, महाविद्यालय भवन एवं परिसर की नियमित साफ सफाई कराई जाए, गर्ल्स कॉमन रूम को व्यवस्थित कर आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी सामग्री की व्यवस्था की जाए, प्राध्यापकको एवं अतिथि विद्वानों की उपस्थित निर्धारित समय से निर्धारित समय तक की जाए, खेल गतिविधियों के लिए खेल मैदान को दुरुस्त करते हुए खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाए तथा बास्केटबॉल कोड निर्माण कराया जाए, निर्धारित यूनिफॉर्म में सुरक्षा कर्मियों की व्यवस्था की जाए, महाविद्यालय परिसर में अनावश्यक रूप से आने वाले लोगों पर रोक लगाई जाए, पुस्तकालय में एनईपी की पुस्तके उपलब्ध नहीं है जल्द से जल्द राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्धारित पाठ्यक्रम अनुसार पुस्तके उपलब्ध कराई जाए, महाविद्यालय में वॉचनालय की बैठक व्यवस्था बहुत कम 10 -15 लोगों की है जबकि महाविद्यालय में हजारों छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं इसलिए पर्याप्त संख्या वाले वाचनालय की व्यवस्था की जाए, कॉलेज में पार्किंग की व्यवस्था की जाए, महाविद्यालय में सनातन धर्म विरोधी बातें भी सामने आ रहे हैं जिन पर रोक लगाई जाए, कैंटीन की व्यवस्था की जाए, प्राथमिक उपचार हेतु कॉलेज में उपचार बॉक्स की व्यवस्था की जाए, कॉलेज में ड्रेस एवं आईडी कार्ड अनिवार्य कराया जाए, कॉलेज परिसर में सोशल मीडिया प्रतिबंध की जाए, उक्त मांगे यदि 10 दिवस के अंदर नहीं मानी जाती तो एबीवीपी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी।इस आंदोलन में प्रमुख रूप से एबीवीपी जिला संयोजक नीलय मिश्रा, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अंजना शाह, पिंटू पयासी, नगर मंत्री आर्यन द्विवेदी, महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष अमन सिंह, इकाई मंत्री पलक, शिवांश, अंशु, सूरज चतुर्वेदी ,नगर सह जितेन्द्र,राम एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं भारी संख्या में शामिल रही।

फर्जी तरीके से हजम की जा रही जन भागीदारी की राशि


कालेजी छात्र-छात्राओं एवं एबीविपी छात्र नेताओं द्वारा आरोप लगाते हुए कहा गया है कि  मझौली उपखंड की इकलौती कॉलेज जो लगभग 30 वर्षों से इस भवन में संचालित है यहां हजारों छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं। जहां जन भागीदारी की जमा राशि थोड़े बहुत इधर-उधर काम करा फर्जी बिल वाउचर के जरिए हजम कर ली जाती है। छात्र-छात्राओं की सुविधा दृष्टि से कॉलेज में कोई भी कार्य नहीं कराया गया है। यहां तक की लाइब्रेरी में पर्याप्त मात्रा में पुस्तक भी उपलब्ध नहीं है, वहां खड़ा करने के लिए पार्किंग की व्यवस्था, खेल उपकरण एवं खेल मैदान का आभाव है यहां तक की शैक्षणिक कमरों के खिड़की दरवाजे टूटे पड़े हैं ।लाइट पंखे की संमुचित व्यवस्था तक नहीं की गई है। इस तरह कॉलेज में कॉलेज प्रशासन द्वारा मनमानी पूर्ण रवैया अपनी जा रही है।जो हम लोगों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है।

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