आदिवासी महिला ने आनन्द सिंह ददुआ की पुलिस अधीक्षक से की शिकायत,जानिए क्या था मामला
सीधी/कुसमी
अभी आनन्द सिंह ददुआ के लेटर पैड में जिला कांग्रेस महामंत्री लिखने का मामला ठंडा भी नही हुआ था कि एक बार फिर आनन्द सिंह ददुआ के द्वारा वर्ष भर पूर्व जमीन का काम कराए जाने के एवज में एक आदिवासी गरीब महिला से 70 हजार रुपये लेने का मामला तूल पकड़ लिया है आनन्द सिंह ददुआ ने न ही महिला के जमीन का काम कराया और न ही अब ली गयी राशि वापिस की जा रही है अंततः परेशान होकर आदिवासी महिला लल्ली देवी पति जैभान सिंह गोंड़.निवासी गोतरा थाना कुसमी ने मंगलवार 21 मई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीधी पहुँचकर आनन्द सिंह ददुआ के खिलाफ शिकायती आवेदन देते हुए राशि वापिस कराने न्याय की गुहार लगाई हैं शिकायत पत्र में लल्ली देवी सिंह गोंड़ ने उल्लेख की हैं कि भदौरा निवासी आनन्द सिंह द्वारा जमीन का काम कराए जाने हैतु मुझसे 70 हजार रुपये लिए गए थे लेकिन मेरा काम आज दिनांक तक नही कराया गया मेरा काम नही होने पर जब उनसे पैसे मांगने जाती हूं तो उनके द्वारा मुझे गालियां दी जाती है व मारने पीटने की धमकियां दी जाती है इस संबंध में मेरे द्वारा कुसमी थाने में भी शिकायत की गई थी एवम 6 माह बीत जाने पर भी आज तक कोई कार्यवाही नही की गई जिसके कारण आरोपी के हौसले बुलंद हैं जिससे आये दिन गाली गलौज व मारने पीटने की धमकियां दी जा रहीं है और पैसा भी नही लौटाया जा रहा है इस संबंध में महिला द्वारा पत्र में उल्लेख किया गया है की 18 मई को अजाक थाना सीधी में लिखित रिपोर्ट की गई है किंतु आज तक कोई कार्यवाही नही की गई शिकायतकर्ता लल्ली देवी सिंह गोंड़ ने आरोपी आनन्द सिंह ददुआ पर दंडात्मक कार्यवाही करते हुए आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किये जाने एवम राशि वापस दिलाये जाने की मांग की है।
इनका कहना है
आनन्द सिंह ददुआ द्वारा हमारे घर आकर हमसे बोले कि तुम्हारा खेत ऐसे ऐसे बिगड़ा है हम तुम्हारा काम करवा देंगे लेकिन पैसा लगेगा तब हम बोले कि ठीक है दे देंगे और कभी 5 हजार ,कभी 10 हजार,कभी 15 हजार तो कभी 20 हजार करके कुल 70 हजार रुपये हमसे ले लिए लेकिन हमारा अभी तक जमीन का काम नही हुआ और अब पैसा मांगने पर गाली गलौज करते हैं व मारने पीटने की धमकी देते हैं हमने तिली, सरसो, धान ,चावल व अन्य गल्ला बेंचकर बड़ी बेटी से 5 हजार कर्ज लेकर 7 हजार में जमीन गहन करके 70 हजार रुपये दी हूं।
लल्ली देवी सिंह गोंड़(निवासी -गोतरा)
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