जल समस्या को लेकर ग्रामीणों ने मीडिया से लगाई गुहार,मामला मझौली जनपद क्षेत्र का
सीधी
जल संरक्षण व संवर्धन के अभाव में सुखी पडी 12 किलोमीटर लंबी नदी से जिसमें जल संरक्षण व संवर्धन के लिए करोड़ों की लागत से दर्जन भर से अधिक चेक डेम व स्टॉप डेम बनाए गए हैं। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण जल संवर्धन नहीं किया जा सका।जल समस्या से ग्रसित व चिंतित लोगों द्वारा मीडिया से गुहार लगाते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। इनका कहना है कि यदि समय रहते नदी की सफाई एवं पानी रोकने का कार्य कर लिया जाता तो आज यह समस्या उत्पन्न ना होती।
मामला जिले के मझौली जनपद क्षेत्र अंतर्गत परसिली ग्राम पंचायत का है जहां भीषण जल संकट कॉल में भी जल संरक्षण व संवर्धन में जिम्मेदारों द्वारा कोई रुचि नहीं दिखाई गई।
लोगों द्वारा बताया गया कि 12 किलोमीटर कि इस लम्बी नदी में पानी भरा रहता था जो मवेशियों के पीने व ग्रामीण जनों के नहाने धोने के उपयोग में आता था। अब जबकि इस नदी में एक दर्जन से अधिक चेक डेम एवं स्टाप डेम बनाए गए हैं। लेकिन पानी संरक्षण व संवर्धन के लिए कोई पहल नहीं की गई ।भले ही चाहे ग्राम विकास व अन्य कार्य के नाम पर करोड़ों की राशि हजम कर ली गई हो। पर जनहित में कोई भी कार्य नहीं किया गया। चाहे नाली नाली निर्माण हो या सड़क निर्माण समस्या वाले स्थान को छोड़ कर अनावश्यक स्थान पर कार्य कराया गया है। जिसकी फरियाद वरिष्ठ अधिकारियों से की गई लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा। पूरी नदी खरपतवार से अच्छादित है एक बूंद पानी कहीं नहीं है वही पानी का संरक्षण व संवर्धन न होने से जल स्तर गिरता जा रहा है। मवेशियों के पीने के पानी के साथ पेय जल की समस्या दिन प्रतिदिन गहरी होती जा रही है। समाचार के माध्यम से शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पंचायत के जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग की गई है।
0 टिप्पणियाँ