रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुसखबरी,ट्रेन टिकट के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव

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रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुसखबरी,ट्रेन टिकट के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव


रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुसखबरी,ट्रेन टिकट के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव


Indian Railways Train Ticket Rules: भारतीय रेलवे के जनरल कोच से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं. ऐसे में उन्हें बड़ी राहत देते हुए रेलवे ने UTS ऑन मोबाइल एप के नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है.
इसके लिए रेलवे ने UTS एप के लिए बाहरी सीमा जियो-फेसिंग दूरी की प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया है. इसका मतलब है कि अब आप घर बैठे भी जनरल टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट खरीद सकते हैं. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. 

बदल गया UTS एप का ये नियम

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि रेलवे ने साधारण श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों को आसान टिकट सुविधा प्रदान करने के लिए UTS ऑन मोबाइल ऐप में अहम बदलाव किया है. इसके तहत इस ऐप के माध्यम से टिकट बुक करने की दूरी की सीमा को समाप्त कर दिया गया है जिसके चलते अब जनरल टिकट किसी भी स्थान से बुक किए जा सकते हैं. 

घर बैठे मिल जाएगा जनरल ट्रेन टिकट

UTS (अनारक्षित टिकटिंग प्रणाली) मोबाइल ऐप के जरिये कोई यात्री अनारक्षित टिकट बुक करा सकता है. उन्होंने कहा कि ऐप में अब जनरल टिकट बुक करवाने की दूरी सीमा को समाप्त कर दिया गया है. यह सुविधा शुरू होने से अब यात्री जनरल टिकट किसी भी स्थान से बुक करवा सकते हैं. 

20 किलोमीटर की लिमिट हुई खत्म

एक बयान के अनुसार इससे पहले UTS ऑन मोबाइल ऐप के माध्यम से जनरल टिकट बुक करने की अधिकतम दूरी सीमा 20 किलोमीटर थी अर्थात कोई भी यात्री स्टेशन के प्लेटफार्म से 20 किलोमीटर से अधिक दूरी होने पर टिकट बुक नहीं करवा सकता था. अब दूरी सीमा को समाप्त करने से जनरल टिकट कहीं से भी ऑनलाइन बुक हो सकता है. 

हालांकि ऐप में जियो फेसिंग की न्यूनतम दूरी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है जिसके तहत यात्री प्लेटफार्म और ट्रेन के अन्दर से ऑनलाइन जनरल टिकट बुक नहीं करवा सकता है. 

इसके अनुसार UTS ऑन मोबाइल एप सुविधा के माध्यम से यात्री को आसान इंटरफेस मिलता है जिसका उपयोग कर मोबाइल पर पेपरलेस जनरल टिकट/प्लेटफॉर्म टिकट/सीजन टिकट आसानी से यात्री स्वयं ही बना सकते है, इससे यात्री के समय की बचत होती है साथ ही साथ कागज की बचत होती तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है.

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