लोकसभा चुनाव मे कौन जीतेगा किसकी होगी हार? चर्चा मे आया फलौदी सट्टा बाजार
कौन जीतेगा और कौन हारेगा? चुनाव शुरू होने के साथ ही सट्टा बाजार में हलचल शुरू हो जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे बड़ा सट्टा बाजार कहां पर है. आज हम आपको बताएंगे कि भारत का सबसे बड़ा सट्टा बाजार जहां पर चुनाव समेत क्रिकेट को लेकर भविष्यवाणी होती है. यहां पर लोग सट्टा लगाकर पैसा कमाते हैं.
भारत का सबसे बड़ा सट्टा बाजार
भारत का सबसे बड़ा सट्टा बाजार राजस्थान के जोधपुर जिले का फलौदी सट्टा बाजार है. यहां पर हर साल अलग-अलग चुनाव और किक्रेट समेत इंटरनेशनल इंवेट के लिए भी सट्टा लगता है. यहां पर सट्टा के लिए हर साल करोड़ों रूपये लगते हैं. इस बाजार की खास बात ये भी है कि यहां पर चुनाव को लेकर लोग भविष्यवाणी भी करते हैं.
कितने तरह का सट्टा
फलौदी सट्टा बाजार में मुख्य चार तरह का सट्टा लगता है. इसमें बारिश, क्रिकेट चुनाव और अंकों का सट्टा शामिल है. जानकारी के मुताबिक यहां पर आजादी के पहले से सट्टा लगता है. उस समय यहां पर रूई की तेजी या मंदी पर सट्टा लगता था. चुनाव में सट्टा लगने की शुरूआत यहां पर देश के पहले आम चुनाव से हो गई थी.
फलौदी बाजार
फलौदी बाजार को नमक उत्पादन के कारण साल्ट सिटी भी कहते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर सट्टे की ऐसी लत है कि कुछ नहीं होने पर चप्पल उछालकर इस बात पर भी सट्टा लग जाता है कि चप्पल उल्टा गिरेगी या सीधा.
पैसा डबल
जानकारी के मुताबिक फलौदी सट्टा बाजार सुबह 11 बजे से शुरू होता है. यहां पर करीब 20 से 22 बड़े सट्टा कारोबारी हैं और सैंकड़ों दलाल और सटोरी मौजूद हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यहां के दलालों को 3 फीसदी कमीशन मिलता है. अधिकांश मामलों में पैसा लगाने वाली पार्टी के जीतने पर उसे डबल पैसा मिलता है.
कैसे काम करता है मार्केट
यहां का सट्टा बाजार इसलिए भी अलग है क्योंकि यहां पर खासकर चुनाव में सट्टा लगाने वाले लोग टीवी, अखबार, पार्टी,नेता और उनके भाषण समेत आस-पास के लोगों से समय-समय पर पूछते रहते है और आकलन करते रहते हैं. इसके अलावा सभी सटोरी एक साथ इस मामले में बातचीत करके कलेक्टिव ओपिनियन रखते हैं. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर सट्टा बाजार में पैस लगाए जाते हैं.
बता दें कि बीते साल कर्नाटक में हुए चुनाव में फलौदी सट्टा बाजार ने कहा था कि कर्नाटक में कांग्रेस को 137 और भाजपा को 55 सीटे मिलेगी. चुनाव का परिणाम आने पर फलौदी बाजार का ये अनुमान बिल्कुल ठीक बैठा था. क्योंकि कांग्रेस को 136 और भाजपा को 66 सीटें मिली थी. इतिहास में देखेंगे तो इस तरह कई बार फलौदी सट्टा बाजार का अनुमान सही लगा है. यही वजह है कि चुनाव आने पर हर किसी की नजर फलौदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी आकलन की तरफ जाता है. फलौदी बाजार के जानकारों का कहना है कि ये बाजार पारंपरिक रूप से करीब 500 साल पहले से चल रहा है.
0 टिप्पणियाँ