कार्यालय से नदारत रहते हैं परियोजना अधिकारी कुलदीप चौबे
सीधी/मझौली।
एक ओर जहां शासन द्वारा अधिकारी कर्मचारियों को अवकाश के दिनों के अलावा कार्यालय में रहने के सख्त निर्देश एवम हिदायत दिये गए हैं वहीं दूसरी ओर सीधी जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मझौली ब्लॉक में बना महिला बाल विकास विभाग का कार्यालय कई महीनों से अधिकारी विहीन हो गया है भले ही शासन स्तर से परियोजना अधिकारी के रूप में कुलदीप चौबे की नियुक्ति की गई है लेकिन वो कार्यालय में बैठना उचित नही समझते न ही क्षेत्रो में निरीक्षण करते जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन भी श्री चौबे के द्वारा नही किया जाता है जो अपने दायित्यों का निर्वहन नही कर रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री चौबे द्वारा हर माह पोषण आहार के वितरण में भी मनमानी की जा रही है केंद्रों में मीनू के अनुसार पोषण आहार भी नही भेजा जा रहा है एवम जो पोषण आहार भेजा भी जाता है उसमें कटौती करके भेजी जा रही है सांथ ही पूर्व में श्री चौबे द्वारा प्रशिक्षण के समय पर भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भोजन नास्ते तक नही दिए जाते थे केवल दिन दिन भर में एक बार चाय ही दिया जाता था जबकि भोजन ,नास्ते के नाम पर फर्जी बिल बाउचर के माध्यम से कई लाखो रुपये निकाल लिए गए हैं ।अगर विधिवत जांच की जाय तो परियोजना अधिकारी के द्वारा पोषण आहार में किये जा रहे अनियमितता की पोल खुलने में देर नही लगेगी ।
इनका कहना है
मैं कल ही जांच टीम भेजकर जांच कराऊंगा अगर कार्यालय में नही मिलते तो कार्यवाही भी की जाएगी।
अवधेश सिंह
( जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सीधी)
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