सुधांशु द्विवेदी की उम्मीदवारी से प्रभावित होंगे राजनीतिक समीकरण
भोपाल। पत्रकारिता, समाजसेवा एवं राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर अग्रणी सुधांशु द्विवेदी के एमपी की सीधी लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाये जाने की मांग कांग्रेसजनों, क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों एवं क्षेत्रीय जनमनास द्वारा की जा रही है तो इसके खास मायने हैं। क्यों कि सीधी लोकसभा क्षेत्र में विगत कई लोकसभा चुनावों में कांग्रेेस पार्टी की जीत हासिल नहीं हुई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के जो नेता सीधी लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए वह क्षेत्रीय जनमानस की उम्मीदों- अपेक्षाओं को पूरा करने में नाकाम रहे। चाहे वह किसानों का मुद्दा हो या फिर क्षेत्र में युवाओं के लिये रोजगार के अवसर विकसित करने का या फिर क्षेत्रीय जनमानस की अन्य समस्याओं के समाधान का मुद्दा रहा हो। सीधी, सिंगरौली रेल परियोजना से प्रभावित किसानों को मुआवजा वितरण सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर क्षेत्रीय किसानों- जनमानस द्वारा धरना- प्रदर्शन एवं आंदोलन की खबरें अभी भी सामने आती रहती हैं लेकिन केन्द्र एवं प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद क्षेत्रीय जनों को अपेक्षित नतीजे प्राप्त नहीं हुए। ऐसे में सीधी लोकसभा क्षेत्र के लोग इस लोकसभा चुनाव में बदलाव चाहते हैं तथा बदलाव के पर्याय के रूप में ऐसा सशक्त, संवेदनशील, जनहितों के लिये तत्पर तथा सामाजिक समीकरणों के प्रति समर्पित ऐसा उम्मीदवार हो जो चुनाव जीतने के बाद जनता के हितों को पूरा करने में सक्षम हो। ऐसे में क्षेत्रीय जनमानस का मानना है कि पत्रकार सुधांशु द्विवेदी ऊर्जावान तो हैं ही साथ ही शासन- प्रशासन में उनकी मजबूत पैठ भी क्षेत्रीय हितों की दृष्टि से संसदीय उम्मीदवारी के लिये उपयुक्त है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी द्वारा अगर उन्हें लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जाता है तो चाहे सीधी लोकसभा सीट हो या फिर भोपाल, दोनों ही क्षेत्रों की समीवर्ती लोकसभा सीटों पर भी कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक समीकरणों की दृष्टि से प्रभावी एवं अच्छा असर पड़ेगा।
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