भारत रत्न किसे और क्यों दिया जाता है,क्या मिलती हैं सुविधाएं,क्या है इतिहास,यहां देखें पूरी डिटेल

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भारत रत्न किसे और क्यों दिया जाता है,क्या मिलती हैं सुविधाएं,क्या है इतिहास,यहां देखें पूरी डिटेल



भारत रत्न किसे और क्यों दिया जाता है,क्या मिलती हैं सुविधाएं,क्या है इतिहास,यहां देखें पूरी डिटेल 


नई दिल्ली
मोदी सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है।



बता दें कि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी राममंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक थे। आंदोलन को गति देने का श्रेय उन्हीं को जाता है। ऐसे में मोदी सरकार का यह फैसला उन्हें आंदोलन के तोहफे के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा कि श्री एलके आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा, मैंने खुद उनसे बात करके बधाई दी। भारत के विकास में उनका योगदान बहुमूल्य है। उन्होंने देश में जमीन पर काम करके सेवा की और देश के उपप्रधानमंत्री बने। उन्होंने गृह मंत्री और सूचना प्रसारण मंत्री के तौर पर भी देश की सेवा की। उनका संसदीय योगदान हमेशा याद किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, आडवाणी जी ने दशकों तक देश के लोगों की सेवा की। एकता और पारदर्शिता और राजनीतिक नैतिकता के मामले में उन्होंने उदाहरण प्रस्तुत किए। उन्हें भारत रत्न दिया जाना एक बेहद भावुक पल है। मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे सानिध्य में काम करने का मौका मिला। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।


भारत रत्न किसे और क्यों दिया जाता है?

'भारत रत्न' किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है जो उन व्यक्तियों के योगदान को मान्यता देता है, जिन्होंने अपनी उपलब्धियों से भारत को गौरवान्वित किया है.

भारत रत्न का इतिहास क्या है?

भारत रत्न की स्थापना 2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी. इस प्रस्ताव को पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में पारित किया गया था.

इस पुरस्कार को प्रसिद्ध कलाकार और पद्म विभूषण प्राप्तकर्ता नंदलाल बोस द्वारा डिजाइन किया गया था. इस पुरस्कार में पीपल के पत्ते के आकार का कांस्य से बना होता है, जिसमें सूर्य की तस्वीर होती है और अग्रभाग पर देवनागरी लिपि में "भारत रत्न" शब्द अंकित होता है. इस पर भारत का राज्य प्रतीक और आदर्श वाक्य "सत्यमेव जयते" भी लिखा होता है.

सबसे पहली बार आजाद भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और साइंटिस्ट डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में भारत रत्न दिया गया था.


भारत रत्न के लिए मानदंड क्या है?

यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में बेहतर काम और मानव कल्याण के लिए उत्कृष्ट योगदान दिया है, फिर चाहे उनकी राष्ट्रीयता कुछ भी हो. यह पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किया जा सकता है. यह पुरस्कार किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं दिया जाता जो किसी अपराध या अनैतिक कार्य के लिए दोषी ठहराया गया हो.

विजेता को चुने जाने की प्रक्रिया क्या है?

भारत रत्न के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी लेने के बाद प्रधानमंत्री भारत के राष्ट्रपति को सिफारिशें भेजते हैं. राष्ट्रपति के पास पुरस्कार प्रदान करने का अंतिम अधिकार है. इसकी घोषणा आमतौर पर गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर की जाती है. यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक औपचारिक समारोह में प्रदान किया जाता है. प्राप्तकर्ताओं को एक पदक के साथ प्रमाण पत्र मिलता है जिसपर राष्ट्रपति का हस्ताक्षर होता है. पुरस्कार के साथ कोई आर्थिक अनुदान (पैसा) नहीं दिया जाता.

भारत रत्न पाने वालों को क्या सुविधाएं मिलती हैं?

भारत के मुख्य न्यायाधीश के वेतन के बराबर आजीवन पेंशन

देश के भीतर एयर इंडिया की उड़ानों में यात्रा पर छूट

हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर बोर्डिंग में प्राथमिकता

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा Z+ श्रेणी की सुरक्षा

आधिकारिक प्रोटोकॉल सूची में वरीयता क्रम में सातवां स्थान

यदि प्राप्तकर्ता की देश के भीतर मृत्यु हो जाती है, तो पूरे सैन्य सम्मान के साथ राजकीय अंतिम संस्कार किया जाता है.

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