घाँस, फूस और गंदगी से पटी सेहरा नदी, नाले मे हो रही तब्दील
रवि शुक्ला, मझौली
जिले के मझौली जनपद अंतर्गत बहने वाली सेहरा नदी घाँस, फूंस और गंदगी के चलते अपना स्वरूप खोने लगी हैं। नदी की दुर्दशा देख ऐसा लगता है जैसे कोई गंदा नाला हो, यदि समय रहते नदियो को नहीं बचाया गया तो आने वाले समय मे आम लोंगो के साथ साथ पशु पक्षियों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ेगा,हालांकि पर्याप्त वर्षा न होने पानी सूख गया है इसी कारण एक एक बूंद के पशु पक्षी मोहताज हो रहे हैं,वहीं नदी पुनर्जीवन के नाम पर हर वर्ष लाखों रुपए का बजट खपा दिया जाता है, भले ही कुछ जगह नदी सफ़ाई करके लाखों रुपए डकार दिये गए हो किन्तु जमीन पर इसका सकरात्मक परिणाम नजर नहीं आ रहा है, जिस नदी मे ग्रामीण स्नान करते थे पानी का उपयोग लोग पीने के लिए करते थे, आज सेहरा नदी मे एक बूंद पानी नहीं सिवाय घाँस, फूंस और गंदगी के, अगर ऐसा ही हाल रहा तो कुछ समय बाद सेहरा नदी का अस्तित्व मिट सकता है।
जनप्रतिनिधि और समाजसेवियों की अनदेखी
सेहरा नदी के सरंक्षण के लिए जनप्रतिनिधि के साथ साथ समाजसेवी चुप्पी साधे हुये हैं,श्रमदान कर नदी के सरंक्षण का प्रयास नही किया जा रहा है ,इसलिए नदी सिकुड़ती जा रही है, अब देखना यह होगा की ज़िम्मेवार इस पर क्या कुछ कदम उठाते हैं।
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