बस्तुआ रेंज में दूसरे दिन आयोजित हुआ अनुभूति कार्यक्रम

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बस्तुआ रेंज में दूसरे दिन आयोजित हुआ अनुभूति कार्यक्रम



बस्तुआ रेंज में दूसरे दिन आयोजित हुआ अनुभूति कार्यक्रम

स्कूली बच्चों को बताया गया पर्यावरण, वन एवं वन्य जीवों की उपयोगिता


पंकज सिंह (सोनू)मझौली

सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन परिक्षेत्र वस्तुआ के कंचनपुर (पेट्रोलिंग कैंप) में "अनुभूति कार्यक्रम" का आयोजन किया गया जहां हायर सेकेण्डरी स्कूल उमारिया एवं हाई स्कूल बहेराडोल के 214 छात्र/ छात्राओं ने भाग लिया।
अनुभूति कार्यक्रम मध्य प्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड तथा संजय टाइगर रिजर्व सीधी के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को आयोजित किया गया जहां आयोजन के प्रथम चरण में सुबह 10 बजे छात्र/छात्राओं को कार्यक्रम का प्रस्तावना बताया गया साथ ही अनुभूति कार्यक्रम से संबंधित सामग्री वितरित की गई तत्पश्चात नाश्ता कराया गया। इसके बाद पर्यावरण की जानकारी हेतु बच्चों को रैली के माध्यम से जंगल भ्रमण कराया गया।
फिर प्रतियोगिता का कार्यक्रम शुरू हुआ जिसमें चित्रकला, बाघ बचाओ, प्रश्नोत्तरी एवं निबंध लेखन के विषय दिए गए। जिसमें सभी विषयों में प्रतिभागी छात्र/ छात्राओं ने भाग लिया इसके बाद ट्रेनर डॉक्टर कैलाश तिवारी सेवानिवृत्ति उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एवं सहायक ट्रेनर सपना सिंह बघेल के द्वारा बच्चों को मानव जीवन के लिए पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव क्यों जरूरी है उनके महत्व पर विस्तार से बताया गया। इस दौरान औषधीय पौधे एवं फलों से संबंधित जानकारी दी गई तथा देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने की अपील करते हुए कपड़े का झोला बनाने की विधि बताई गई। तदोपरांत सभी को दोपहर का भोजन कराया गया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में अपोलो डॉग के करतब दिखाए गए जिसमें प्रायोगिक तौर पर दिखाया गया कि चोरी की गई सामग्री को किस तरह खोजी कुत्ता सूंघकर उस तक पहुंच जाता है और किस तरह अनुशासन का पालन करता है। तत्पश्चात पिंजरे के माध्यम से हिंसक जानवरों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है इसकी जानकारी भी छात्रों को दी गई।

वन कर्मियों को किया गया पुरस्कृत

परिक्षेत्र अधिकारी बस्तुआ महावीर पांडेय द्वारा बताया गया की वर्ष 2022 में परिक्षेत्र अंतर्गत जो जनहानि हुई थी उसको देखते हुए मानव एवं वन्य प्राणी द्वंद रोकने के तहत कार्य योजना बनाई गई और उसी के तहत वर्ष 2023 में कार्य किए गए जिसका नतीजा रहा कि वर्ष 2023 में जनहानि की घटना निरंक रही। जिसमें सभी वन कर्मियों का योगदान रहा। ऐसे कर्मचारियों को सहायक संचालक के द्वारा उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया गया।

प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को भी किया गया पुरस्कृत


विभिन्न विषयों में प्रतिभागी छात्र/ छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं पेन भेंट कर सहायक संचालक के द्वारा पुरस्कृत कर उनका हौसला अफजाई किया गया और आयोजित कार्यक्रम को लेकर बच्चों द्वारा अनुभव भी साझा किया गया।


 बताया कार्यक्रम का उद्देश्य:-

परिक्षेत्र अधिकारी महबीर पाण्डेय द्वारा आयोजित कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका विषय ही अनुभूति है यानी की एहसास करना इसलिए इन बच्चों को इस कार्यक्रम के माध्यम से वन, वन्य जीव पारिस्थितिकीय तंत्र को समझना क्यों जरूरी है और इसका क्रियान्वयन किस तरह किया जाए ताकि अगली पीढ़ी को भी इस विषय की जानकारी हो एवं इनकी उपयोगिता को समझा जा सके। वहीं सहायक संचालक संजय टाइगर रिजर्व मझौली नरेंद्र कुमार रवि द्वारा भी कहा गया कि पर्यावरण, वन एवं वन्य प्राणियों की रक्षा करना ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। इसके बाद पर्यावरण संरक्षण, वन एवं वन्य जीव संरक्षण को लेकर शपथ दिलाई गई।कार्यक्रम में ट्रेनर डॉक्टर कैलाश तिवारी, सहायक ट्रेनर सपना सिंह बघेल, देवेन्द्र द्विवेदी वन परिक्षेत्र वस्तुआ के सहायक परिक्षेत्र अधिकारी आनंद सिंह,कृष्ण पाल सिंह एवं जिन स्कूलों से बच्चे आए थे जिनमें हायर सेकेण्डरी स्कूल उमारिया एवं हाई स्कूल बहेराडोल के सभी शिक्षक एवं शिक्षिका को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान बस्तुआ परिक्षेत्र के सभी बीट गार्ड, वन पाल, परिक्षेत्र सहायक एवं श्रमिक उपस्थित रहे।

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