जनसुनवाई में नेबुहा पंचायत के सैकड़ो की संख्या में पहुंचे ग्रामीण,सरपंच, सचिव पर लगाए गंभीर आरोप
रवि शुक्ला,मझौली।
जनपद पंचायत मझौली के प्रज्ञा भवन में आयोजित जनसुनवाई में नेबूहा ग्राम पंचायत के लोग उप सरपंच के साथ पहुंच अपनी व्यथा सुनाते हुए जांच कार्यवाही के लिए सामूहिक आवेदन पत्र सौंपे। जिसको संज्ञान में लेते हुए तुरंत एसडीएम द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को फोन कर समस्या निराकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई।सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों द्वारा बताया गया कि पंचायत का चुनाव हुए 1 वर्ष हो गए लेकिन आज तक ग्राम पंचायत में कोई काम नहीं स्वीकृत किए गए। लोगों को रोजी रोटी के लिए बाहर जाना पड़ रहा है कई ऐसे पुराने काम अधूरे पड़े हैं जिन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है बताया जा रहा है कि नाम चार के कार्य में भारी भरकम राशि आहरित कर ली गई है। 1 वर्षों से ग्राम सभा नहीं हुई ना ही हम लोगों को किसी योजना अभियान की समय पर जानकारी दी जाती जब से यहां पदस्थ रोजगार सहायक की मृत्यु 2017मे हुई है। अधिकांश समय तक यह ग्राम पंचायत प्रभारी सचिवों के हाथ रही जो मात्र पंचायत की विकास योजना की राशि हड़पने तक सीमित रह गए। यहां तक की कई वर्षों से पंचायत भवन की पुताई तक नहीं कराई गई जो काई से काली मां लिए हुए हैं।एवं गंदगियों से अच्छादित है। इसके प्रांगण एवं सार्वजनिक शौचालय में लोगों ने कब्जा कर रखा है। जिस संबंध में सरपंच सचिव द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। इस वर्ष भी अभी 15 अगस्त को इसी गंदगी के साए में सरपंच सचिव द्वारा ध्वजारोहण कर दिया गया यहां तक की जिस स्थान पर ध्वजारोहण किया गया है खरपतवार निकालने की भी आवश्यकता नहीं समझी गई। सचिव कभी कभार ही यहां पहुंचते हैं उनका कहना होता है कि हमें दो पंचायत का प्रभार दिया गया है इसलिए नहीं पहुंच पाते। उनके द्वारा बताया जा रहा है कि मुझे प्रभार मिले सात आठ महीने हो गया अभी तक डीएससी नहीं बनी है इसलिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। ग्राम पंचायत से भारी संख्या में लेडीज भी पहुंची हुई थी जिन्होंने बताया कि हम लोगों को लाडली बहन योजना के संबंध में समय रहते समुचित जानकारी नहीं मिली इसलिए हम लोग इस योजना से वंचित रह गए हैं उप सरपंच द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत की लगभग 50%लेडीस इस योजना से वंचित है। पात्र किसानों को भी किसान सम्मान की राशि प्राप्त नहीं हो रही है जिन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है। जिम्मेदारों द्वारा अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरती जा रही हैं यहां तक की आईडी में नाम जुड़वाने एवं कटाने के लिए कई दिनों तक भटकना पड़ता है जिसके लिए भी लोगों से पैसे की मांग की जाती है पैसे दे देने वालों का काम हो जाता है लेकिन जो पैसे नहीं दे पाते वह भटकते रहते हैं। आज की इस जनसुनवाई में 2 दर्जन से अधिक आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं जिनके त्वरित निराकरण के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मझौली द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। अब देखना होगा लोगों के आश और विश्वास पर एसडीएम कितना खरा उतरते हैं।
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