Ujjain Mahakal Lok:उज्जैन में आंधी तूफान में गिरीं महाकाल लोक की मूर्तियां,टूटीं मूर्तियां

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Ujjain Mahakal Lok:उज्जैन में आंधी तूफान में गिरीं महाकाल लोक की मूर्तियां,टूटीं मूर्तियां



Ujjain Mahakal Lok:उज्जैन में आंधी तूफान में गिरीं महाकाल लोक की मूर्तियां,टूटीं मूर्तियां


मध्य प्रदेश के उज्जैन में बदले मौसम के कारण जिले में तेज आंधी के साथ करीब आधा घंटे तक भारी बारिश हुई. आंधी की वजह से महाकाल लोक में स्थापित सप्त ऋषियों की 3 मूर्तियां गिरकर टूट गईं और वहां मौजूद श्रद्धालु बाल-बाल बच गए.
हालांकि, इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई. घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर मौके पर पहुंचे और मूर्तियों को दोबारा स्थापित करने के निर्देश दिए. वहीं, इस मामले में विपक्ष बीजेपी पर हमलावर है.

जानकारी के मुताबिक, महाकाल लोक में सप्त ऋषियों की 3 मूर्तियां गिरकर खंडित हुई हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अधिकारियों ने बताया कि महाकाल लोक में 155 प्रतिमाएं हैं, जिनके से 3 खंडित हुई हैं. ये सभी डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड के तहत कांट्रेक्टर द्वारा फिर से स्थापित की जाएंगी.

अधिकारियों ने ये भी बताया कि उज्जैन और आसपास के इलाकों में तूफान से प्राकृतिक आपदा जैसी स्तिथी उत्पन्न हुई. इसमें 2 लोगों की (1 उज्जैन और 1 नागदा में) मौत हो गई और 3 लोग घायल हुए हैं. करीब 50 पेड़ और बहुत से बिजली के खंभे उखड़ गए हैं.

बता दें कि 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं. इन पर एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को 'महाकाल लोक' का लोकार्पण किया था.

920 मीटर लंबा है कॉरिडोर

आपको बता दें कि महाकाल कोरिडोर के प्रथम चरण का काम पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर को भव्य महाकाल लोक का लोकार्पण किया गया था। 920 मीटर लंबा कारिडोर है। जिसमें करीब 200 मूर्तिया हैं, जो रुद्र सागर झील के किनारे फैला हुआ है।

कॉरिडोर में कुल 108 स्तंभ और दो भव्य प्रवेश द्वार हैं- नंदी गेट और पिनाकी गेट। जिससे महाकालेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार की ओर जाते है। जिसे देखने के लिए देश दुनिया के लोग आ रहे हैं। फिलहाल स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है।

सीएम ने जानें हालात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मालवा क्षेत्र में तेज आंधी तूफान का संज्ञान लिया है। फोन पर उज्जैन कलेक्टर और उज्जैन संभाग कमिश्नर से चर्चा कर निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि आज मालवा क्षेत्र के उज्जैन एवं आसपास के इलाक़ों में तेज तूफ़ान से प्राकृतिक आपदा जैसी स्तिथी उत्पन्न हुई। इसमें दुर्भाग्य से दो लोगों की (1 उज्जैन और 1 नागदा में) मृत्यु हो गई और 3 लोग घायल हुए। लगभग 50 वृक्ष और बहुत से बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। महाकाल लोक में 155 प्रतिमाएं हैं जिनमें से तीन खंडित हुई हैं। ये सभी डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड के तहत कांट्रेक्टर द्वारा नई स्थापित की जाएंगी।

श्रद्धालुओं के लिए फिर खोला महाकाल लोक
महाकाल लोक में आंधी से क्षतिग्रस्त हुई प्रतिमाओं के चलते कुछ समय के लिए वहां प्रवेश बंद किया गया था। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रतिमाओं के यथायोग्य ट्रीटमेंट के बाद महाकाल लोक को फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। इस संबंध में प्रशासन ने आग्रह किया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और पूजा व दर्शन का पूर्ववत लाभ लें।


तब इस बात की कल्पना नहीं की थी- कमलनाथ

इसके बाद देश-विदेश से लोग महाकाल लोक को निहारने पहुंच रहे हैं. मगर, बारिश और आंधी में खंडित हुईं मूर्तियों की वजह से निर्माण कार्य पर सवाल भी उठ रहे हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था, तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी.

उज्जैन के महाकाल लोक में तूफान का तांडव, मूर्तियों का हुआ ये हाल

आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है. मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए.

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