Mann Ki Baat: 'मन की बात' के 101वा एपिसोड,जानिए PM मोदी के मन की बात की 10 खास बातें
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 101वें एपिसोड को सेकेंड सेंचुरी का प्रारंभ बताया और कहा कि पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया है.
उन्होंने देश से कहा, ‘आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है.’
पीएम मोदी ने कहा, “जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग टाइम जोन में… कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी. इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला.”
PM मोदी के 101वें ‘मन की बात’ की 10 खास बातें:
* बीते दिनों हमने मन की बात में काशी तमिल संगमम की बात की. सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की. कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलुगू संगमम भी हुआ. एक भारत श्रेष्ठ भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है. ये प्रयास है- युवा संगम का. शिक्षा मंत्रालय ने ‘युवा संगम’ नाम से एक बेहतरीन पहल की है. इसका उद्देश्य लोगों को लोगों को जोड़ने के साथ ही देश के युवाओं को आपस में घुलने-मिलने का मौका देना है.
* कुछ दिन पहले ही भारत में इंटरनेशनल म्यूजियम एक्स्पो का भी आयोजन किया था. हमारे यहां भारत में अलग-अलग प्रकार के कई म्यूजियम हैं, जो हमारे अतीत से जुड़े अनेक पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं. बीते वर्षों में भी हमने भारत में नए-नए तरह के म्यूजियम और मेमोरियल बनते देखे हैं. स्वाधीनता संग्राम में आदिवासी भाई-बहनों के योगदान को समर्पित 10 नए म्यूजियम बनाए जा रहे हैं.
* हम सबने एक कहावत कई बार सुनी होगी, बार-बार सुनी होगी – बिन पानी सब सून. बिना पानी जीवन पर संकट तो रहता ही है, व्यक्ति और देश का विकास भी ठप्प पड़ जाता है. भविष्य की इसी चुनौती को देखते हुए आज देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है और 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण हो चुका है. ये जल संरक्षण की दिशा में बहुत बड़ा कदम है.
* महाराष्ट्र के शिवाजी शामराव डोले जिन्होंने रिटायर होने के बाद कुछ नया सीखने का फैसला किया और कृषि में डिप्लोमा किया, यानी, वो ‘जय जवान से, जय किसान की तरफ बढ़ चले’. इस अभियान में शिवाजी डोले जी ने 20 लोगों की छोटी-सी टीम बनाई और कुछ पूर्व सैनिकों को भी जोड़ा. उनकी इस टीम ने वेकेंटेश्वर को-ऑपरेटिव पावर एंड एग्रो प्रोसेसिंग लिमिटेड नाम की एक सहकारी संस्था का प्रबंधन अपने हाथ में लिया. इस टीम की जो दो बड़ी विशेषतायें हैं, जिसने मेरा ध्यान आकर्षित किया है, वो ये है – जय विज्ञान और जय अनुसंधान.
* आज 28 मई को, महान स्वतंत्रता सेनानी, वीर सावरकर जी की जयंती है. उनके त्याग, साहस और संकल्प-शक्ति से जुड़ी गाथाएँ आज भी हम सबको प्रेरित करती हैं. मैं वो दिन नहीं भूल सकता, जब मैं अंडमान में उस कोठरी में गया था, जहां वीर सावरकर ने कालापानी की सजा काटी थी. वीर सावरकर का व्यक्तित्व दृढ़ता और विशालता से समाहित था. उनके निर्भीक और स्वाभिमानी स्वभाव को गुलामी की मानसिकता बिल्कुल भी रास नहीं आती थी.
* 4 जून को संत कबीरदास जी की भी जयंती है. कबीरदास जी ने जो मार्ग हमें दिखाया है, वो आज भी उतना ही प्रासंगिक है. कबीरदास जी कहते थे, “कबीरा कुआँ एक है, पानी भरे अनेक।बर्तन में ही भेद है, पानी सब में एक।।” संत कबीर ने समाज को बांटने वाली हर कुप्रथा का विरोध किया और समाज को जागृत करने का प्रयास किया. आज, जब देश विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तो हमें संत कबीर से प्रेरणा लेते हुए, समाज को सशक्त करने के अपने प्रयास और बढ़ाने चाहिए.
* आज, एन.टी.आर की 100वीं जयंती है. क्या आपको मालूम है कि उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया था? उन्होंने कई ऐतिहासिक पात्रों को अपने अभिनय के दम पर फिर से जीवंत कर दिया था. एन.टी.आर ने सिनेमा जगत के साथ-साथ राजनीति में भी अपनी अलग पहचान बनाई थी. यहां भी उन्हें लोगों का भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिला.
आखिर में पीएम मोदी ने 21 जून को होने वाले ‘विश्व योग दिवस’ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “21 जून को हम ‘विश्व योग दिवस’ भी मनाएंगे. आप इन तैयारियों के बारे में भी अपने ‘मन की बात’ में मुझे लिखते रहिए. किसी और विषय पर कोई और जानकारी अगर आपको मिले तो वो भी मुझे बताइयेगा.”
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