Lunar Eclipse 2023: इस साल का पहला चंद्रग्रहण आज,जानें क्या है पूर्णिमा से कनेक्शन

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Lunar Eclipse 2023: इस साल का पहला चंद्रग्रहण आज,जानें क्या है पूर्णिमा से कनेक्शन



Lunar Eclipse 2023: इस साल का पहला चंद्रग्रहण आज,जानें क्या है पूर्णिमा से कनेक्शन



इस साल का पहला चंद्रग्रहण आज यानी शुक्रवार रात को लगेगा. भारत में इस घटना को देखा जा सकेगा.
इसकी शुरुआत शुक्रवार रात 8.44 बजे से होगी और देररात 1.02 बजे खत्म होगा. इस चंद्र ग्रहण को उपच्छाया बताया गया है. यूं तो ज्योतिष और विज्ञान दोनों में चंद्र ग्रहण को लेकर कई बातें कही गई हैं. ऐसे में विज्ञान के नजरिए से यह समझना जरूरी है कि इस साल का चंद्र ग्रहण कितना अलग है.

विज्ञान के नजरिए से समझिए कब और कैसे पड़ता है चंद्रग्रहण, उपच्छाया ग्रहण कितना अलग है और चंद्रग्रहण पूर्णिमा को ही क्यों पड़ता है.

चंद्रग्रहण कब और कैसे पड़ता है?

चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन ही पड़ता है. इसकी भी अपनी एक वजह है. दरअसल पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ चक्कर काटती है और चंद्रमा पृथ्वी की चारों ओर घूमता है. इस दौरान एक एक ऐसी स्थिति बनती है जब धरती सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है. ऐसे में चंद्रमा की छाया वाला हिस्सा अंधकारमय हो जाता है. यही वजह है कि चांद को देखने पर वो हिस्सा काला नजर आता है. इसी को ही चंद्रग्रहण कहते हैं. लेकिन शुक्रवार को पड़ने वाले चंद्र ग्रहण को उपच्छाया चंद्र ग्रहण बताया गया है. 

यह कितना अलग है, अब इसे भी समझ लेते हैं. दरअसल, चंद्रग्रहण में धरती सूरज और चंद्रमा के बीच में आ जाती है, लेकिन जब पृथ्वी की छाया सीधेतौर पर चांद पर न पड़े तो इसे उपच्छाया चंद्रग्रहण कहते हैं. इस तरह यह दूसरे चंद्रग्रहण से थोड़ा अलग है.

पूर्णिमा के दिन ही क्यों लगता है चंद्र ग्रहण?

चंद्रग्रहण की घटना को लेकर एक सवाल सबसे लाजिमी है कि आखिर यह घटना पूर्णिमा के दिन ही क्यों होती है. दरअसल, जब भी चांद धरती की छाया में प्रवेश कर जाता है तो यह घटना होती है, आमतौर वो दिन पूर्णिमा का ही होता है.

ऐसा है तो हर पूर्णिमा को क्यों नहीं लगता ग्रहण?

अब सवाल यह भी उठता है कि फिर हर पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण क्यों नहीं पड़ता. इसकी भी एक वजह है. इसकी वजह है धरती की कक्षा पर चंद्रमा की कक्षा करीब 5 डिग्री झुकी रहती है. इसकी झुकाव के कारण हर बार चांद धरती की छाया में नहीं पहुंच पाता. या तो इससे ऊपर होते हुए गुजरता है या फिर इससे नीचे की तरफ से निकलता है. यही वजह है पूर्णिमा होने का मतलब यह भी नहीं चंद्रग्रहण लगेगा ही लगेगा.

शुक्रवार को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण एशिया समेत यूरोप, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया के कई हिस्साें में नजर आएगा. विशेषज्ञों का दावा है कि आज के चंद्रग्रहण में चांद का कोई भी हिस्सा कटा हुआ नहीं नजर आएगा, हालांकि इसमें धुंधलापन जरूर दिखेगा. चंद्रग्रहण की घटना को स्पष्ट देखने के लिए दूरबीन का सहारा लिया जा सकता है.

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