Delhi Court Firing: सस्पेंड वकील ने कोर्ट परिसर में सरेआम महिला को मारी गोली,जानिए क्या थी वजह
New Delhi Crime News: राजधानी दिल्ली के साकेत कोर्ट में एक सस्पेंड वकील ने सरेआम एक महिला को गोली मार दी. महिला को 3 गोलियां लगी हैं, जिसे उपचार के लिए मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया.
वहां से कुछ घंटों के बाद महिला को छुट्टी दे दी गई. वहीं इस वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी मौके से फरार है. इस वारदात ने दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में चूक को भी उजागर किया है. सबसे बड़ा सवाल उठता है कि आखिर इतनी चेकिंग के बावजूद कोई व्यक्ति पिस्तौल लेकर कोर्ट परिसर के अंदर कैसे पहुंच गया. वहीं पुलिस का कहना है कि वे इस विषय में जांच कर रहे हैं.
क्या है मामला
पुलिस के अनुसार, आज यानी 21 अप्रैल की सुबह लगभग 10:30 बजे सूचना मिली कि साकेत कोर्ट परिसर के अंदर एक महिला को गोली मारी गई है. पुलिस मौके पर पहुंची उससे पहले घायल महिला को नजदीक स्थित मैक्स अस्पताल ले जाया जा चुका था. महिला की पहचान एम राधा के रूप में की गई. पुलिस को पता चला कि राधा के खिलाफ चीटिंग का एक मामला दर्ज है, जो एक सस्पेंड वकील कामेश्वर सिंह ने साकेत थाने में ही दर्ज करवाया था.
इसी मामले को लेकर अदालत में मीडिएशन के लिए दोनों पक्षों को आज बुलाया गया था. राधा जब लॉयर्स ब्लॉक के पास थीं, तो उसकी बहस कामेश्वर सिंह से हुई. इसी बहस के दौरान कामेश्वर सिंह ने राधा पर एक के बाद एक तीन गोलियां चलाईं. दो गोली राधा के पेट में जबकि 1 गोली राधा के हाथ में लगी. वहीं एक गोली राधा के वकील के मुंशी को भी लगी है. गोली चलने की घटना के बाद पूरे कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जिस समय यह घटना हुई उस समय कोर्ट परिसर में काफी भीड़ रहती है.
डीसीपी साउथ चंदन चौधरी ने बताया कि सस्पेंडेड वकील और पीड़ित महिला राधा के बीच ₹25 लाख को लेकर विवाद था. इसी वजह से सस्पेंड वकील ने राधा के खिलाफ साकेत कोर्ट के थाने में चीटिंग की एफआईआर दर्ज कराई थी.
चेकिंग के बावजूद कैसे पहुंची पिस्तौल
साकेत कोर्ट में चार गेट है, जहां से एंट्री और एग्जिट की जाती है. गेट नंबर 3 लॉयर्स ब्लॉक के नजदीक है और इसी गेट से आम पब्लिक व वकीलों की भी एंट्री होती है. एंट्री गेट पर आप देखेंगे कि 2 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर(डीएफएमडी) लगे हुए हैं. इसके अलावा दो पुलिसकर्मी तैनात हैं, जो डीएफएमडी से प्रवेश करने के बाद अंदर जाने वाले लोगों की हाथों से चैकिंग करते हैं. इसके अलावा जो महिलाएं हैं, उनके लिए एक अलग से रूम बना है. महिलाओं की चेकिंग उस रूम में की जाती है.
कोई भी व्यक्ति बगैर चेकिंग के अंदर नहीं जा सकता. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर आरोपी पिस्तौल लेकर कोर्ट परिसर के अंदर कैसे पहुंच गया. यही सवाल जब हमने डीसीपी से किया तो वो भी इसका जवाब नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि इस विषय में भी जांच की जा रही है.
कोर्ट पेरिसर में गोली चलाने का आरोपी कामेश्वर सिंह को पिछले साल ही बार कौंसिल ने सस्पेंड किया था. राजेश मिश्रा नामक एक वकील ने बताया कि एक महिला वकील प्रेम लता के साथ कामेश्वर सिंह का प्रॉपर्टी को लेकर विवाद है. प्रेम लता ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी और उन्होंने ही बार काउंसिल में उसके खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद कामेश्वर सिंह को सस्पेंड किया गया था.
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