सीधी में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर स्वरोजगार योजना के हितग्राहियों को किया गया लाभान्वित
948 हितग्राहियों को 13 करोड़ 86 लाख से अधिक का ऋण वितरित
सीधी।
प्रदेश में पिछले 15 वर्षों में महिला सशक्तीकरण की दिशा में हुई सार्थक पहल- विधायक चुरहट श्री तिवारी
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मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर स्थानीय मानस भवन में जिला स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के 948 हितग्राहियों को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से 13 करोड़ 86 लाख रूपये से अधिक के ऋण स्वीकृत एवं वितरित किए गए। कार्यक्रम में धार जिले में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सजीव प्रसारण् दिखाया गया जिसके माध्यम से उपस्थितजनों ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना।
जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक चुरहट शरदेन्दु तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में पिछले 15 वर्षों में महिला सशक्तीकरण की दिशा में सार्थक प्रयास किए गए हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में इन प्रयासों को गति मिली है। विधायक ने कहा कि बेटियों की शिक्षा, महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक सशक्तिकरण के दिशा में जो प्रयास किए गए हैं उनके सकारात्मक परिणाम हमें दिखाई दे रहे हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा शहरी आजीविका मिशन ने गरीब एवं वंचित वर्ग की महिलाओं की दशा एवं दिशा बदलने का कार्य किया गया। उन्होने महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने का काम किया है। विधायक श्री तिवारी ने कहा कि समाज तब तक मजबूत नहीं हो सकता जब तक बहनों के पास ताकत नहीं हो। सरकार बहनों के साथ खड़ी है और उनके सशक्तीकरण की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। यह मुख्यमंत्री की इच्छाशक्ति का परिणाम है कि आजीविका मिशन की बहनों को पर्याप्त अवसर प्रदान किए जा रहें हैं। आजीविका मिशन की दीदीओं ने गेहूं/धान उपार्जन के कार्यों में भी बेहतर परिणाम दिए हैं। इसी प्रकार चुरहट विधानसभा क्षेत्र की बहनों ने विधानसभा भवन में अपने स्टाल लगाकर एक दिन में 50 हजार से ज्यादा की बिक्री की है। आज आजीविका दीदीयां स्वयं भी आत्मनिर्भर हैं तथा अन्य बहनों को भी स्वावलंबन की राह दिखा रहीं हैं।
विधायक चुरहट श्री तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के माध्यम से एक सामाजिक परिवर्तन लाने का कार्य किया है। जहां पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था आज उन्हें लक्ष्मी माना जाता है। उन्होने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 के माध्यम से बेटियों की उच्च शिक्षा की चिन्ताओं को भी समाप्त कर दिया है। अब बेटियों के उच्च शिक्षा की फीस का वहन राज्य सरकार करेगी। साथ ही कालेज में एडमीशन लेने पर 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दो किस्तों में प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री जी की यह योजना बेटियों के सशक्तीकरण में मील का पत्थर साबित होगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर भारत के सपनों को पूरा करने में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाएं सहयोगी बन रही हैं। स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से छोटे से बड़े स्तर तक उद्यम स्थापित होते हैं जिससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलते हैं तथा क्षेत्र में अन्य आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होती है। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने को प्राथमिकता दी है। एक ओर जहां पथ विक्रेता योजना के माध्यम से छोटे व्यापारियों को सहायता दे रहें हैं वहीं मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं एवं महिलाओं को उद्यम स्थापित करने में सहायता दी जा रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा युवाओं से आहवान किया गया है कि योजनाओं का लाभ लें तथा देश और प्रदेश के विकास में सहभागी बनें।
कलेक्टर मुजीबुर्रहमान खान ने उपस्थित युवाओं को स्वरोजगार योजना का लाभ मिलने पर शुभकामनाएं दी और उनके उज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि शासन स्वरोजगार के लिए युवाओं एवं महिलाओं को प्रोत्साहित कर रही है, इस अवसर का लाभ लें स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से अपना उद्यम स्थापित करें। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए रोजगार आवश्यक है। इसके माध्यम से ही वह अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करता है तभी प्रदेश और जिले का नाम रोशन होगा। कलेक्टर ने कहा कि इस ऋण का सदुपयोग करें। साथ ही अपना ऋण निर्धारित समय पर बैंक को जमा करें जिससे अन्य युवाओं को भी आसानी से ऋण मिल सके। कलेक्टर ने जिले के युवाओं को स्वरोजगार योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के 21 हितग्राहियों को 01 करोड़ 38 लाख 50 हजार रूपये, पीएमईजीपी के 06 हितग्राहियों को 48 लाख 30 हजार रूपये, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के 305 स्वसहायता समूहों को बैंक लिंकेज के माध्यम से 7 करोड़ 51 लाख रूपये, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के 458 हितग्राहियों को 45 लाख रुपये, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन(व्यक्तिगत) के 7 हितग्राहियों को 12 लाख 50 हजार रुपये, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन(समूह) के 5 हितग्राहियों को 5 लाख रुपये, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के 74 हितग्राहियों को 3 करोड़ 30 लाख 20 हजार रूपये, संत रविदास स्वरोजगार योजना 05 हितग्राहियों को 25 लाख 28 हजार रूपये, मुद्रा योजना के 65 हितग्राहियों को 24 लाख 32 हजार रूपये एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के 02 हितग्राहियों को 06 लाख रुपये के ऋण स्वीकृत एवं वितरित किए गए।
इसके पूर्व अतिथियों द्वारा जिले के एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत पंजा दरी कालीन तथा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया गया। कार्यक्रम में सफल उद्यमियों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए तथा अन्य लोगों स्वरोजगार स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम में समाजसेवी इंद्र शरण सिंह चैहान, जिला पंचायत सदस्य प्रदीप शुक्ला, पूजा सिंह कुशराम, सरस्वती बहेलिया, जनपद पंचायत सीधी की उपाध्यक्ष सुमन सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्रद्धा गोखले, डीपीएम आजीविका मिशन पुष्पेंद्र सिंह सहित जनप्रतिनिधि, संबंधित विभागीय अधिकारी, बैंकर्स एवं हितग्राही उपस्थित रहें।
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