वैश्विक आर्थिक संस्थाओं ने की भारत की तारीफ, जानें IMF की MD ने क्या कहा
IMF MD Praised India: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉजीर्वा ने कल कहा कि भारत इस अंधेरे क्षितिज पर एक उज्जवल स्थान कहलाने का हकदार है, क्योंकि इस कठिन समय में भी यह तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रही है.उन्होंने कहा, "लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह वृद्धि संरचनात्मक सुधारों पर आधारित है." वह यहां आईएमएफ मुख्यालय में आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के चौथे दिन बोल रही थीं.
क्रिस्टलीना जॉजीर्वा ने बैठक के बाद कहा, "सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह वृद्धि ढांचागत सुधारों पर आधारित है." वह जी20 की अध्यक्षता संभालने से कुछ दिन पहले भारत से अपनी अपेक्षाओं पर एक सवाल का जवाब दे रही थीं. उन्होंने भारत की डिजिटलीकरण प्रक्रिया की भी प्रशंसा की.
आईएमएफ के एक और अधिकारी ने की भारत की तारीफ
इससे पहले आईएमएफ में वित्तीय मामलों के विभाग के उप निदेशक पाओलो मौरो ने भी भारत की प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना की प्रशंसा की थी. उन्होंने कहा, "भारत से सीखने के लिए बहुत कुछ है. दुनियाभर में कुछ अन्य उदाहरणों से सीखने के लिए बहुत कुछ है. हमारे पास लगभग हर महाद्वीप और आय के हर स्तर से उदाहरण हैं. अगर मैं भारत के मामले को देखता हूं, तो यह है वास्तव में काफी प्रभावशाली है."
विश्व बैंक के अध्यक्ष ने भी की थी भारत की तारीफ
इससे पहले कल विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने कहा कि भारत ने सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम बेहतर तरीके से तैयार करने और उसका लाभ गरीबों तक पहुंचाने में डिजिटलीकरण का अच्छा लाभ उठाया है. मालपास के मुताबिक विश्व बैंक की गरीबी पर हाल की रिपोर्ट के अनुसार कुछ देश नकद अंतरण प्रणाली और डिजिटलीकरण के माध्यम से कोविड -19 संकट के प्रभाव और गरीबी को कम करने में सफल रहे हैं. इसीलिए हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन मुझे लगता है कि भारत संघीय सरकार के स्तर पर, नागरिक समाज के स्तर पर और राज्य के भीतर दक्षता में सुधार के लिये प्रशासनिक मोर्चे पर अभी काफी कुछ कर सकता है.''
मालपास ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्व बैंक की सालाना बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, ''हमें दुनिया के भीतर डिजिटलीकरण के महत्व को समझना चाहिए क्योंकि यह गरीब देशों को भी देशभर के लोगों के साथ जुड़ने का मौका देता है. डिजिटलीकरण से पहले यह सुविधा उपलब्ध नहीं थी और भारत ने सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम तैयार करने और इसका लाभ गरीबों तक पहुंचाने में इसका अच्छा लाभ उठाया है.''
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