अगर आपका बच्चा भी खेलता है मोबाइल में वीडियो गेम तो हो जाएं सावधान, हो सकती है दिल की बीमारी
एक शोध के मुताबिक जो बच्चे ज्यादा समय तक वीडियो गेम खेलते हैं उन्हें दिल की बीमारी होने की संभावना होती है.
हार्ट रिदम जर्नल मैगजीन में प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक वीडियो गेम खेलते समय बच्चों के दिल की बीमारी से जुड़ा एक खास पैटर्न देखा है. वीडियो गेम खेलते समय बच्चों के दिल की धड़कन में तेजी से बदलाव होता है और ये बदलाव वीडियो गेम के हिसाब से होता रहता है. इस शोध में वीडियो गेम खेलते समय अचानक बेहोश हो गए बच्चों की पहचान की गई और उनके गेम के पैटर्न का विश्लेषण किया गया.
शोध में मल्टीप्लेयर वॉर गेमिंग का भी विश्लेषण किया गया. मल्टीप्लेयर वॉर गेमिंग वो होती है जिसमें बच्चे अपने दोस्तों के साथ ऑनलाइन वॉर गेम खेलते हैं. इस रिसर्च के दौरान पता चला कि कुछ बच्चों की दिल की धड़कन रुकने से मौत हो गई थी जबकि कुछ बच्चों को इलाज के बाद दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा बना हुआ है. इस रिसर्च में कहा गया है बच्चों को अगर वीडियो गेम खेलते हुए कोई दिक्कत होती है तो तुरंत डॉक्टर से दिखाएं. साथ ही बच्चों को वीडियो गेम विशेष तौर पर मल्टीप्लेयर वॉर गेम से दूर रखें.
दरअसल आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी में ज्यादातर माता-पिता काफी व्यस्त हो गए हैं और बच्चे उन्हें तंग न करे, या वो आसानी से अपनी काम कर सके इसके लिए वो बच्चों को वीडियो गेम में busy कर देते हैं, लेकिन माता-पिता का सुकून आज बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल रहा है. कई बार आपने ये सुना और पढ़ा होगा कि बच्चे को माता-पिता ने वीडियो गेम खेलने से रोका तो बच्चों ने माता-पिता पर हमला कर दिया और कई बार तो ये हमला जानलेवा भी साबित हुआ. इसकी वजह वीडियो गेम की लत और उसके मुताबिक बच्चों का बदलता व्यवहार है.
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