सीधी: बैलगाड़ी के माध्यम से चल निकली संगीता की सवारी

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सीधी: बैलगाड़ी के माध्यम से चल निकली संगीता की सवारी



सीधी: बैलगाड़ी के माध्यम से चल निकली संगीता की सवारी


  सीधी जिला मुख्यालय से 60 कि.मी. एवं विकासखण्ड मझौली मुख्यालय से दूरान्चल में स्थित ग्राम नौढ़िया की रहने वाली संगीता बहेलिया एक अतिगरीब परिवार की पढ़ी-लिखी बेरोजगार महिला है। वो रोजगार के लिए बहुत परेशान थी उनके पति भी बेरोजगार थे। उन्होंने बताया कि रिसार्ट भ्रमण उपरान्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे एवं पुष्पेन्द्र सिंह जिला परियोजना प्रबंधक एमपीडेएसआरएलएम जिला सीधी द्वारा मार्गदर्शन दिया कि ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से अपने समुदाय के गरीब महिलाओं को जोड़कर समूह गठित करें। उससे मदद होगी। वे बताती है  कि फिर उनके द्वारा माॅ अम्बे स्वसहायता समूह ग्राम नौढ़िया का गठन किया गया। नियमित रूप से स्वसहायता समूह के बैठक एवं बचत नियमित रूप से होने लगी। 

    वे बताती है कि नौढ़िया गाॅव परसिली रिसार्ट के नजदीक होने के कारण रिसार्ट के अंदर संगीता बहेलिया पति राजभान बहेलिया बैलगाड़ी चलवाने का निर्णय लिया। वो परसिली रिसार्ट प्रबंधक राजेन्द्र द्विवेदी को समूह से प्राप्त आवेदन के आधार पर बैलगाड़ी चलवाने की सहमति मिली एवं प्रोत्साहित किया गया। रिसार्ट में एक विलुप्त हो रही पुरानी और अनोखी पहल के माध्यम सें आने वाले पर्यटकों को इसका लाभ मिलेगा। वह बताती है कि प्रारंभिक उद्यमिता विकास के मद से बैल गाड़ी खरीदी के लिए 25 हजार रूपए राशि जारी की गई। उस राशि से स्वयं जाकर बैलगाड़ी क्रय किया। जिसकी निर्धारित शुल्क सौ रुपए प्रति सवारी एक कि.मी. के आधार पर रखी गई है।  

         संगीता पूर्ण रूप से अपनी आर्थिक स्थिति में आये बदलाव के लिए म.प्र. डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को सफलता का श्रेय दे रही है। वे नियमित रूप से आय अर्जित कर रही है। उन्होंने बताया कि अपने पति को समूह के माध्यम से बैलगाड़ी संचालन का रोजगार मिला इसलिए वो बहुत ही खुश है और वह भविष्य में लोगों को आजीविका गतिविधियों से जोड़ने में मदद करूंगी। संगीता बहेलिया ने अपने इस सफलता के लिए शासन और प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

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