Sidhi News: मछली मारने गए दो युवक पानी के अंदर फंसे, पूरी रात चला ज्वाईंट रेस्क्यू ऑपरेशन,एसडीआरएफ के जवानों ने निकाला बाहर
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सोन नदी के जोगदहा घाट में बीते रविवार को पानी के अंदर फंसे दो युवकों को सुरक्षित बाहर निकालनें के लिए संयुक्त टीम ने पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और आज सोमवार की सुबह उन्हें बाहर निकालनें में सफलता पाई। सुबह करीब 5 बजे से एसडीआरएफ की टीम ने अपना रेस्क्यू ऑपरेशन कुछ उजाला होने के बाद तेज किया और करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस दौरान चुरहट एसडीओपी विवेक कुमार गौतम, बहरी तहसील के नायब तहसीलदार आरडी साकेत, थाना प्रभारी अमिलिया केदार परौहा, थाना प्रभारी बहरी पवन सिंह के साथ ही दोनो थानों का पुलिस अमला एवं राजस्व अमला उपस्थित रहा।
मछली मारने गए थे दोनों युवक
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम करीब 5 बजे अमिलिया थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत डिहुली के परसोना निवासी सुरेश केवट पिता शिवप्रसाद केवट 24 वर्ष एवं राजेश केवट पिता बुद्धसेन केवट 30 वर्ष मछली मारने के लिए सोन नदी के जोगदहा घाट आए हुए थे। उस दौरान नदी के पानी का बहाव ज्यादा नहीं था। इस वजह से दोनो अंदर जाकर निकले पत्थर की चट्टान में बैठकर मछली मारना शुरू कर दिए। कुछ समय बाद ही अचानक सोन नदी में जल स्तर काफी तेजी के साथ बढ़ गया। अचानक पानी का तेज बहाव शुरू हो जानें से दोनो युवक परेशान हो गए किंतु उनको बाहर निकलनें का कोई भी अवसर नजर नहीं आया। लिहाजा वहां से बचानें के लिए गुहार लगाई। नदी के समीप से गुजर रहे कुछ लोगों ने उनकी आवाज सुनी और पुलिस को सूचना दी। कुछ समय के अंदर ही बहरी एवं अमिलिया थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पानी के तेज बहाव में फंसे दोनो युवकों को निकालनें के लिए जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम को बुलाई गई। रात करीब 11 बजे 13 सदस्यीय एसडीआरएफ की टीम नाव के साथ मौके पर पहुंची लेकिन काफी अंधेरा होने के कारण उन्हें दोनो युवकों को बाहर निकालनें की कोई मदद नहीं मिली। लिहाजा सुबह 5 बजे से आज रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया गया और एसडीआरएफ टीम के जवानों ने नाव के सहारे 3 घंटे के प्रयास के बाद दोनो युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
पुलिस एवं राजस्व अमला रहा मुस्तैद
सोन नदी के पानी में धिरे दोनो युवकों को सुरक्षित निकालने के लिए पुलिस एवं राजस्व टीम आरंभ से ही मौके पर पहुंच गई थी। उनके द्वारा जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की 11 सदस्यीय टीम को रात में बुलाकर पानी में फंसे युवकों को बाहर निकालनें का प्रयास शुरू किया गया। किंतु सोन नदी में जल स्तर काफी बढ़ जाने के कारण रेस्क्यू टीम को युवकों तक पहुंचने में किसी तरह की मदद नहीं मिल रही थी। साथ ही रात का अंधेरा घना हो जाने के कारण नदी के बीच में पत्थर की चट्टान में मौजूद युवकों का कोई सुराग भी नहीं मिल रहा था। ये भी समझ में नहीं आ रहा था कि दोनो युवक नदी के अंदर किस स्थान पर मौजूद हैं। जिसके कारण एसडीआरएफ की टीम रात में नाव के सहारे प्रयास शुरू किया लेकिन वो युवकों का ठिकाना ही नहीं तलाश सकी। इसके बाद निर्णय लिया गया कि जैसे ही भोर में कुछ उजाला हो रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी के साथ शुरू किया जाए। आज सुबह 5 बजे जैसे ही कुछ उजाला हुआ नदी के अंदर चट्टान में बैठे दोनो युवक सुरक्षित नजर आए। युवकों को सुरक्षित देखकर रेस्क्यू टीम ने पूरे उत्साह के साथ अपना ऑपरेशन शुरू किया और पानी के तेज बहाव से चट्टानों के बीच से रास्ता बनाकर युवकों तक पहुंची। युवकों के पास पहुंचने के बाद उन्हें सुरक्षित नाव में बैठाया गया और कुछ समय के अंदर ही रेस्क्यू टीम दोनो युवकों को सुरक्षित लेकर सोन नदी तट पर पहुंच गई।
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