PM Modi man ki baat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कही ये बड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात‘ के जरिये देशवासियों को संबोधित किया. पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का यह 92वां एपिसोड था.
रेडियो कार्यक्रम मन की बात की शुरुआत 2014 में हुई थी. मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में अमृत महोत्सव को काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. देश की जनता ने तिरंगा यात्रा को भी सफल बनाया है. इस समय देश में अमृत महोत्सव की अमृत धारा बह रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि देशभक्ति का जज्बा देखने को मिल रहा है. जब बात देश पर आई तो सभी लोग एकजुट हो गए. मुझे अमृत महोत्सव और तिरंगा यात्रा को लेकर कई पत्र मिले हैं. पीएम मोदी ने अंत में आगामी गणेश चतुर्थी, ओणम जैसे त्योहारों की भी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि इन पर्वों के साथ-साथ, कल 29 अगस्त को, मेजर ध्यानचंद जी की जन्मजयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस भी मनाया जाएगा. हमारे युवा खिलाड़ी वैश्विक मंचों पर हमारे तिरंगे की शान बढ़ाते रहें, यही हमारी ध्यानचंद जी के प्रति श्रद्दांजलि होगी.
अमृत सरोवर का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने 4 महीने पहले अमृत सरोवर की बात की थी. इसे लेकर जिला और ब्लॉक स्तर तक में सभी लोग जुट गए. जल सर्वोत्तम औषधि और पालनहार है. तेलंगाना में भी एक सरोवर को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा है.’ पीएम मोदी ने कहा कि अमृत सरोवर के कारण आसपास जलस्तर बढ़ा है. जानवरों के लिए पानी भी उपलब्ध हुआ है. उन्होंने इस दौरान तेलंगाना के वारंगल, मध्य प्रदेश के मंडला और उत्तर प्रदेश के ललितपुर में बनाए जा रहे अमृत सरोवर का उदाहरण दिया.
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा, आप सभी से और खास कर मेरे युवा साथियों से आग्रह है कि आप अमृत सरोवर अभियान में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लें और जल संचय और जलसंरक्षण के इन प्रयासों को पूरी की पूरी ताकत दें, उसको आगे बढ़ाएं.’
90 फीसदी से अधिक बच्चों में कुपोषण दूर हुआ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि असम के बोंगाई गांव में दिलचस्प परियोजना चलाई जा रही है. इसका नाम प्रोजेक्ट संपूर्णा है. इस प्रोजेक्ट का मकसद कुपोषण के खिलाफ लड़ाई है. इसके तहत आंगनवाड़ी केंद्र में स्वस्थ बच्चे की मां, किसी कुपोषित बच्चे की मां से हफ्ते में एक बार मिलती है. इस दौरान वह पोषण से संबंधित जानकारी साझा करती हैं. इस पहल के कारण एक साल में 90 फीसदी से अधिक बच्चों में कुपोषण दूर हुआ है.
मोटे अनाज के प्रति बढ़ाएं जागरुकता
पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित करके 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया है. आपको ये जानकर भी बहुत खुशी होगी कि भारत के इस प्रस्ताव को 70 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला था. उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में मोटे अनाज का क्रेज बढ़ रहा है. मोटे अनाज प्राचीन काल से ही हमारे कृषि, संस्कृति और आबादी का हिस्सा रहे हैं. हम सबको मिलकर इसे जन आंदोलन बनाना है और देश के लोगों में मोटे अनाज के प्रति जागरुकता बढ़ानी है.
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि हमारे युवा साथियों की पढ़ाई और सीखने के तरीकों को ही बदल दिया है. उन्होंने कहा, ‘आप मुझे, गावों के डिजिटल आंत्रप्रेन्योर के बारे में ज्यादा-से-ज्यादा लिखकर भेजें और उनकी सक्सेस स्टोरी को सोशल मीडिया पर भी जरूर साझा करें.’
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