तांत्रिक के कहने पर चाची, अपने ही भतीजे के टुकड़े टुकड़े कर पी गई खून, दिल दहला देगी यह घटना
अमरोहा में एक मासूम बच्चे को मारकर उसका खून पीने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस वारदात को अंजाम बच्चे की चाची ने ही संतान सुख पाने के लिए दिया है, जबकि बच्चा उसे छोटी मां कहता था। बताया जा रहा है कि महिला ने एक तांत्रिक के कहने पर पहले बच्चे के टुकड़े-टुकड़े कर मार दिया और फिर उसका खून पीते हुए उसी खून से स्नान भी किया।जबकि बच्चे के अवशेषों को जंगल में जंगली जानवरों के खाने के लिए फेंक दिया। वहीं परिजन मासूम की तलाश में जुटे हुए थे, उन्हें आभास भी नहीं था कि बच्चे की निर्मम हत्या करने वाला उनके घर में ही छिपा है। पुलिस में मामला जाने के बाद एसपी ने जांच के आदेश दिए। वारदात का खुलासा करते हुए एसपी आदित्य लांग्हे ने बताया कि बच्चे की हत्या की आरोपी प्रेमवती और तांत्रिक नसीम को जेल भेज दिया गया। दरअसल, रूह को भी कंपा देने वाली यह घटना अमरोहा जिले के आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव मलकपुर की। बताया जा रहा है कि गांव निवासी रमेश का दो साल का पुत्र यश सोमवार दोपहर को घर से ही अचानक गायब हो गया था। परिजनों ने उसे काफी तलाशा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद परिजनों ने पुलिस से शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए परिवार के लोगों से पूछताछ की। पुलिस को पूछताछ के दौरान महिला प्रेमवती पर कुछ शक हुआ। शक आधार पर उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरा मामला खुलता चला गया। पुलिस के सामने चाची प्रेमवती ने कबूल किया कि उसने ही संतान पाने की चाहत में तांत्रिक के कहने पर भतीजे का सोमवार दोपहर को कत्ल किया था और शव को संदूक में छिपा दिया था।
आधी रात में तंत्र किया के बाद चुपचाप घर आकर सो गई:
आरोपी महिला ने बताया कि तांत्रिक नसीम के कहने पर नियत दिन मंगलवार रात और समय 11 बजे वह परिजनों के सोने के बाद शव को लेकर जंगल पहुंची। जहां तांत्रिक नसीम पहले से मौजूद था। उसने तांत्रिक के कहे अनुसार, यश के शरीर के कुछ छह टुकड़े कर दिए और खून भी पिया। इसके बाद मासूम के खून से स्नान भी किया। इसके बाद उन्होंने कपड़े और टांग वहीं छोड़ दिए और शेष शरीर को जंगली जानवरों के रहने के स्थान पर रख दिया। रात में ही हत्या में प्रयुक्त बलकटी को एक बिटोरे में छिपा दिया। रात को ही तंत्र क्रिया पूरी करके वह घर लौटी और आकर सो गई।
बकरे की बलि से फायदा नहीं होने पर दी नरबलि:
आरोपी महिला ने बताया कि वह तांत्रिक नसीम से छह पहले ही मिली थी। बच्चे की बलि के लिए तांत्रिक ने ही मंगलवार की रात का समय नियत किया था। वहीं, एसओ आदमपुर रामप्रकाश शर्मा का कहना है कि एक महीने पहले भी प्रेमवती ने संतान के लिए तांत्रिक नसीम के कहने पर बकरे की बलि दी थी और उसका खून भी शरीर पर लगाया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ तो तांत्रिक ने नरबलि कराई।
तीन महीने की गर्भवती है महिला:
बता दें कि प्रेमवती के तीन बच्चों को जन्म दे चुकी है, लेकिन जन्म के बाद ही तीनों की मौत हो गई थी। फिलहाल वह तीन महीने के गर्भ से चौथा बच्चा स्वस्थ पैदा हो इसलिए उसने तंत्र किया का सहारा लिया। यश की हत्या से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि जो बच्चा उसे छोटी मां कहता है, वह ही उसकी बलि ले लेगी। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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