नेत्रदान पखवाड़ा पर देहदान कर्तव्य संस्था ने की जागरुकता गोष्ठी

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नेत्रदान पखवाड़ा पर देहदान कर्तव्य संस्था ने की जागरुकता गोष्ठी


नेत्रदान पखवाड़ा पर देहदान कर्तव्य संस्था ने की जागरुकता गोष्ठी 



देहदान कर्तव्य संस्था द्वारा हीरालाल बारहसैंनी इंटर कॉलेज ,अलीगढ़ पर नेत्रदान पखवाड़े के संदर्भ में एक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन संस्था अध्यक्ष डॉ एस के गौड़ जी की अध्यक्षता में किया गया। 
देहदान कर्तव्य संस्था के सदस्य भुवनेश आधुनिक के अनुसार  नेत्रदान पखवाड़ा प्रत्येक वर्ष 25 अगस्त से 8 सितंबर तक नेत्रदान के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से किया जाता है । 
नेत्रदान पखवाड़े के अवसर पर जागरूकता अभियान में देहदान कर्तव्य संस्था के संरक्षक राजाराम मित्र ने कहा कि आज नेत्रदान की बहुत आवश्यकता है । इसके लिए सभी सामाजिक संस्थाओं को आगे आकर एक मंच पर साथ आकर जागरूकता लानी चाहिए । 
हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज के अध्यक्ष मास्टर ओमप्रकाश ने अपने सन्देश में कहा कि उपरोक्त विषय पर देश में अनेकों एन जी ओ काम कर रहे हैं । अलीगढ़ में भी देहदान कर्तव्य संस्था लोगों को जागरूक कर अच्छा कार्य कर रही है। रक्तवीर चौधरी अजय सिंह ने कहा नेत्रदान कर के दो लोगों के जीवन को प्रकाशित करने से बड़ा जीवन में अन्य कोई पुण्य नहीं हो सकता । 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए देहदान कर्तव्य संस्था के अध्यक्ष डॉ एस के गौड़ ने कहा कि नेत्रदान (मरणोपरांत) के लिए 05 से 75 वर्ष आयु का कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से संकल्पित हो सकता है। आँख केवल उन लोगों को लगाई जा सकती है जिनकी केवल कॉर्निया बाह्य चोट से ग्रसित हो गई है, अन्दर का सब कुछ ठीक है। जैसे घडी का शीशा होता है ,उसे 15/20 मिनट में छोटी सी सर्जरी से निकाल लिया जाता है। 
देहदान कर्तव्य संस्था के सदस्य डॉ डी के वर्मा व दिलीप कुमार वार्ष्णेय ने कहा कि गांधी आई हॉस्पिटल काफी पुराना है वहाँ भी एक आई बैंक खुलना चाहिए।
 
देहदान कर्तव्य संस्था के सचिव डॉ जयन्त शर्मा ने कहा कि आँखें दान करने में जात-पांत का कैसा भी भेद नहीं होता, प्रत्येक ऐसे काम के लिए स्वतंत्र है।
 भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक ने कहा कि लोग अब इसकी उपयोगिता जानने लगे हैं।इसीलिए संस्था सदस्यता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। 
हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज के प्रबंधक बृजेश कंटक ने कहा कि दानियों के परिवार को चाहिए कि मृत्यु पश्चात संस्था को अबिलम्ब सूचित करें क्योंकि प्रत्यारोपण का समय मात्र 06घण्टे होता है। 
जागरूकता अभियान से प्रेरणा लेकर विद्यालय के कई अध्यापकों ने भी स्वतः ही नेत्रदान की घोषणा भी की । 

जागरूकता अभियान से प्रेरणा प्रथम बार एक विकलांग व्यक्ति यतींद्र मिश्रा ने भी देहदान कर्तव्य संस्था की सदस्यता ग्रहण की ।

इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य अर्चना वार्ष्णेय ने नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत जागरूकता अभियान हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज से प्रारंभ करने पर देहदान कर्तव्य संस्था का धन्यवाद दिया । 


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