सीधी की गरीब परिवार की बेटी प्रियंका ने जॉर्जिया में जीता स्वर्ण पदक

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सीधी की गरीब परिवार की बेटी प्रियंका ने जॉर्जिया में जीता स्वर्ण पदक



सीधी की गरीब परिवार की बेटी प्रियंका ने जॉर्जिया में जीता स्वर्ण पदक


सीधी।
एक गरीब माँ-बाप की बिटिया ने आज शुक्रवार को पूर्वी यूरोप के जॉर्जिया में खेल के अंतराष्ट्रीय मैदान में भारत का तिरंगा लहराया है।
सीधी जिले के मिश्रा नर्सिंग होम में कैशियर का काम करने वाले पिता और ज्योत्सना पब्लिक स्कूल में नौकरी करने वाली माता जो अपना और अपने परिवार का भरण पोषण किसी तरह से ठीक कर पाते हैं। 
इन्ही शिवदयाल केवट और श्रीमती सोनिया केवट की बिटिया प्रियंका ने जॉर्जिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वुशु प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक भारत की झोली में डालकर भारत का मान बढ़ाया है। सौभाग्यशाली प्रियंका केवट ने देश -विदेश में सीधी की पहचान देश के लिए सोना जीत कर बनाई है।
प्रियंका ने माता पिता के साथ साथ पूरा जिला इस उपलब्धि से गौरवान्वित है। आज उस हर माता पिता को गौरव दिया है जिनके लिए बेटी का जन्म अभिशाप नहीं अपितु वरदान है।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों अंतर्राज्यीय बुशू प्रतियोगिता का आयोजन पूर्वी यूरोप के जॉर्जिया में किया जा रहा है जिसमें सीधी जिले की बेटी प्रियंका केवट ने आज स्वर्ण पदक हासिल किया है। 
उल्लेखनीय है कि प्रियंका की माता ज्योत्सना पब्लिक हायर सेकण्ड्री स्कूल सीधी में भृत्य के रूप में 2007 से पदस्थ हैं जिन्होने अपनी बिटिया को पढ़ाने के लिए उसी विद्यालय में प्रवेश दिलाई थी। प्रियंका को ज्योत्सना विद्यालय से ही 8वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद राज्य स्तरीय गोल्ड मेडल हासिल करने की वजह से राज्य शासन द्वारा अपने पूरे खर्च के साथ 9वीं की पढ़ाई सहित हायर सेकण्ड्री स्तर तक पढ़ाई के लिए पूरा खर्च वहन किया जिस वजह से वो भोपाल में पढ़ाई कर रही थी। बालिका प्रियंका केवट की काविलियत इस तरह आगे आई कि वो कम समय में कॉलेज में कदम रखने के बाद बुशू प्रतियोगिता में पूर्वी यूरोप गई और उन्होने स्वर्ण पदक हासिल कर विद्यालय सहित समूचे जिले एवं प्रदेश सहित देश में एक अलग पहचान बनाई है। तीन बहनों एवं एक भाई के बीच प्रियंका दूसरे नम्बर की बेटी है। 

पढ़ाई के साथ हर विधा में बच्चों को अब्बल रहने की जरूरत : श्वेता

ज्योत्सना पब्लिक हायर सेकण्ड्री स्कूल की मैनेजमेंट डायरेक्टर स्वेता सिंह ने कहा कि हम लोगों के लिए ये बहुत खुशी की बात है कि इस विद्यालय में अध्ययनरत रही प्रियंका केवट ने वूशु में स्वर्ण पदक हासिल किया है। 
विद्यालय के डायरेक्टर डॉ. अजय मिश्रा सहित सभी की ओर से उन्हे बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की जाती है। उन्होने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ हर विधा में बच्चों को आगे आने की जरूरत है। प्रयास से ही सबकुछ संभव होता है। यह मानकर किसी भी बच्चे को उनकी भावनाओं के साथ अभिभावक कभी ठेस न पहुंचाए। हमने उनकी माता जो मेरे यहां पदस्थ हैं उनसे भी बोला कि आप बालिका को भेज दीजिए, आपका नाम एक दिन रोशन करेगी। आज उनका सपना साकार हो गया है। हमें भी खुशी है कि हमारे विद्यालय से अध्ययनरत करने वाली बालिका को विदेश में ये स्थान मिला।

*हमें इससे बड़ी कोई खुशी नहीं : सोनिया*

विदेश में उपलब्धि हासिल करने वाली प्रियंका केवट की माता सोनिया केवट ने कहा कि आज हमारा दिल गदगद है। हमें ये नहीं मालुम था कि हमारी बेटी इस मुकाम तक पहुंचेगी कि विदेश में भी उनका नाम रोशन होगा। उन्होने कहा कि मैने तो उनकी शादी के लिए कपड़े खरीदी कर ली थी, शादी करने की तैयारी थी लेकिन ज्योत्सना स्कूल की मैडम स्वेता ने हमें मना किया। बोली कि अभी उन्हे उनके तरक्की के स्थान पर जाने दीजिए। आज मेरी बिटिया पूरे देश में एक अलग पहचान बनाकर जो मैडेल हासिल की है उससे हम सब गौरवान्वित हैं। 
ज्ञात हो कि उनके पिता शिवराज केवट मिश्रा नर्सिंग होम सीधी में कैशियर पद पर हैं वे भी अपनी बिटिया की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए यही बोले कि काश हर बेटी को इसी तरह उपलब्धि मिले तो माता-पिता गौरवान्वित रहेंगे।

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