अब स्कूली छात्र बनेंगे टूरिज्म एम्बेसडर, स्कूलों में खुलेंगे युवा टूरिज्म क्लब
योजना की शुरुआत सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों से हो रही है। इसमें सातवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र क्लब का हिस्सा होंगे।
नई दिल्ली। अब स्कूली छात्र टूरिज्म एंबेसडर बनकर अपने आसपास के पर्यटक स्थलों को प्रमोट करेंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने स्कूलों में युवा टूरिज्म क्लब खोलने का फैसला लिया है।
इस योजना की शुरुआत सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों से हो रही है। इसमें सातवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र क्लब का हिस्सा होंगे।
इसके तहत छात्र आसपास के पर्यटक स्थलों को गोद ले सकेंगे। इसके अलावा स्वयंसेवी बनकर पर्यटक स्थलों की साफ-सफाई से लेकर लोगों को जागरूक कर सकेंगे। इसका मकसद स्कूली छात्रों को देश की समृद्ध ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत और भौगोलिक जानकारी के अलावा विभिन्न राज्यों की भाषा, बोली संस्कृति व पर्यटक स्थलों से रूबरू करवाना है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी के मुताबिक, आजादी का अमृत महोत्सव के स्कूलों में युवा टूरिज्म क्लब बनाने का फैसला लिया गया है। इसका मकसद छात्रों को पर्यटन के प्रति जागरूक करना है ताकि वे अपने आसपास के पर्यटक स्थलों के बारे में जानें और लोगों को जागरूक करें।
छात्र लोगों के बीच पर्यटक स्थलों का प्रचार-प्रसार करेंगे, ऐतिहासिक धरोहर के बारे में ब्रांड एंबेसडर के तौर पर बढ़ावा देंगे। युवा देश की समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक धरोहरों को आगे बढ़ाने में सबसे अधिक सहायक होंगे। सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों से इस योजना की शुरुआत हो रही है। बाद में अन्य स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों को भी जोड़ा जाएगा।
कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए
● टूरिज्म क्लब की गतिविधियों का कैलेंडर तैयार करेंगे।
● हर महीने बैठक कर समीक्षा करेंगे और स्कूल प्रबंधन को रिपोर्ट सौंपेंगे।
ऐसे काम करेगा क्लब
● टूरिज्म क्लब में कम से कम 25 बच्चे अनिवार्य तौर पर सदस्य होंगे।
● हर सप्ताह या 15 दिनों में निबंध लेखन, लोगो डिजाइन करना, क्विज, ड्राइंग, पेंटिंग, पोस्टर बनाना, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित करानी होगी।
● ऑफ सीजन में बच्चे समूह बनाकर पर्यटन स्थल जाएंगे ताकि स्थानीय व्यापारियों को आर्थिक मदद मिल सके।
● स्कूल के आसपास टूरिज्म हॉटस्पॉट क्षेत्रों को गोद लेना होगा। वहां स्वयंसेवी बनकर मदद करनी होगी।
11वीं के छात्रों के लिए
● स्कूल के अंदर और बाहर आयोजित किए जाने वाली गतिविधियों की जिम्मेदारी संभालेंगे। साथ ही निगरानी करेंगे।
● शिक्षकों से बातचीत कर पर्यटन को बढ़ावा देने वाली करिकुलर एक्टिविटी की योजना बनाएंगे।
● पर्यटन क्षेत्रों के फील्ड टूक की योजना तैयार करेंगे और स्थानीय लोगों के जीवनयापन को समझकर साथी छात्रों को जागरूक करेंगे।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से 15 पर्यटन स्थलों को देखने का किया था आह्वान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में लोगों से खासकर युवाओं से देखो अपना देश में कम से कम 15 भारतीय पर्यटन स्थलों का दौरा करने का आह्वान किया था। पीएम ने कहा था कि भारत में विदेशों से भी अच्छे पर्यटक स्थल हैं। मैं युवाओं से आह्वान करता हूं कि वे विदेशों में घूमने के बजाय अपने देश की समृद्ध ऐतिहासिक पर्यटक स्थलों की विरासत को जानें। इससे जहां युवाओं को अनजाने भारत को जानने का मौका मिलेगा, साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार के मौके भी उपलब्ध होंगे। आत्मनिर्भर भारत के लिए युवाओं को ऐसी योजनाओं को आगे बढ़ाना चाहिए।
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