स्मार्टवॉच से जानिए पौधों को कब चाहिए पानी ,जानिए क्या इसकी खासियत
जैसे हर घर की रौनक घर के बड़े बुजुर्गों होते हैं वैसे घरों में पेड़ पौधों का भी महत्व होता है। लेकिन लोग अक्सर घर में पौधे लगाकर उन्हें सही समय पर पानी देना भूल जाते हैं।
इसी समस्या को देखते हुए ब्राजीलियन नैनोटेक्नोलॉजी नेशनल लेबोरेटरी के रिसर्चर्स ने एक ऐसी स्मार्टवॉच बनाई है जिसे इंसान नहीं बल्कि पेड़-पौधे पहनेंगे। पौधे इसकी मदद से बता पाएंगे कि उन्हें पानी की जरूरत कितनी और कब है। तो आइए जानते हैं स्मार्टवॉच के बारे में।
कैसे तैयार हुई स्मार्टवॉच?
● इस स्मार्टवॉच को तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों ने खास तरह के इलेक्ट्रोड्स डिजाइन किए। इन इलेक्ट्रोड्स को पत्तियों से आसानी से जोड़ा जा सकता है और ये लंबे समय तक इनकी मॉनिटरिंग करते हैं। एक्सपेरिमेंट में दो तरह के इलेक्ट्रोड्स का इस्तेमाल किया गया। पहला- निकिल मेटल से बना हुआ और दूसरा- जले हुए कागज पर मोम की परत लगाकर।
● इन इलेक्ट्रोड्स को सोयाबीन की टूटी हुई पत्तियों पर टेप की मदद से चिपकाया गया। रिसर्चर्स ने पाया कि बड़े सिग्नल भेजने में निकिल इलेक्ट्रोड कामयाब रहा। इसके बाद वैज्ञानिकों ने मेटल इलेक्ट्रोड की मदद से ऐसा डिवाइस बनाया जो पौधों को पहनाया जा सके। इसे एक जिंदा पौधे पर अटैच किया गया।
कैसे काम करती स्मार्टवॉच?
रिसर्चर्स के अनुसार पौधों के लिए बनाई गई स्मार्टवॉच भी इंसानों वाली स्मार्टवॉच की तरह काम करती है। जिस तरह हम कलाई पर स्मार्टवॉच पहनते हैं, उसी तरह पौधे की पत्तियों पर स्मार्टवॉच सेंसर लगाया जाता है। दोनों ही घड़ियां इलेक्ट्रिक एक्टिविटी की मदद से काम करती हैं। कहते हैं कि सेंसर को एक ऐप से कनेक्ट किया जाता है, जिसे मोबाइल फोन पर इंस्टॉल किया जाता है। यह ऐप पौधे का पूरा डेटा यूजर को वायरलेस टेक्नोलॉजी से ट्रांसफर कर देता है। इससे यूजर पौधे में पानी के लेवल को मॉनिटर कर सकता है।
पौधों में कितना पानी बाकी है, ये ऐप में वॉटर पर्सेंटेज के जरिए पता लगेगा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि वॉटर पर्सेंटेज अप्रत्यक्ष रूप से यह बताता है कि कहीं पौधा कीड़े-मकौड़ों या टॉक्सिक चीजों की चपेट में तो नहीं है। फिलहाल यह डिवाइस केवल इंडोर पौधों के लिए भरोसेमंद है। बाहरी पौधों के सही डेटा की जांच के लिए अभी स्मार्टवॉच को और बेहतर विकसित करने की जरूरत है।
क्रेडिट: India News
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