MP News:अंग्रेजों के जमाने का 100 साल पुराना पुल 138 पहियों वाला ट्रेलर गुजरने से टूटा
मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले (Narmadapuram) में सुखतवा नदी पर ब्रिटिश काल का बना पुल टूट गया. इससे इटारसी-बैतूल का संपर्क कट गया है.
इस पुल से 138 पहियों वाला ट्रॉला गुजरा तो अंग्रेजों के जमाने में बना पुल इतना वजन नहीं सह पाया. पुल टूटने के बाद नेशनल हाइवे पर जाम लग गया है. प्रशासन अब रूट डायवर्ट करने की तैयारी कर रहा है.
यह घटना भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे पर इटारसी से आगे सुखतबा नदी पर बने पुल पर हुई है. ट्रॉले पर इटारसी स्थित नेशनल पावर ग्रिड में लगाए जाने के लिए भारी मशीन लदी हुई थी, जिसे हैदराबाद से लाया जा रहा था. बताया जा रहा है कि हैदराबाद से यह ट्रॉला मार्च में निकला था और रविवार को इसे इटारसी पहुंचना था, लेकिन इटारसी से ठीक पहले यह हादसा हो गया. पुल टूट जाने से भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे पर लंबा जाम लग गया.
ट्रॉले पर लदी थी भारी भरकम मशीन
प्रशासन अब जाम में फंसे वाहनों को निकालने के लिए रूट डायवर्ट करने की तैयारी कर रहा है. यह ट्रॉला कितना भारी था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 16 एक्सल वाले इस ट्रॉले में कुल 128 पहिए लगे हैं. हर एक्सल में 8 पहियों की जोड़ी है. इस ट्रॉले पर जो मशीन लदी थी, उसका वजन भी कई टन है. ट्रॉले के साथ ही उसे खींचने वाला ट्रक भी पुल से नीचे गिर गया. इस घटना में कुल 4 लोग घायल हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है.
पुल टूटने की खबर आने के बाद मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई थी। इस पुल से हर दिन लगभग 5 हजार से अधिक वाहन गुजरते थे। हादसे के बाद हाईवे बंद हो गया और दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जिसे देखते हुए यहां से गुजरने वाले ट्रैफिक को नर्मदापुरम प्रशासन ने दूसरे रास्ते से डायवर्ट कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रॉले पर रखी हैवी मशीन 20 फीट चौड़ी और 17 फीट ऊंची थी। इस मशीन को तोशिबा कंपनी ने बनाया है। मशीन का वजह 120 टीन से ज्यादा है। इस ट्राले में 16 एक्सल और 128 टायर हैं, जबकि, इसे खींचने वाले आगे के पार्ट में 10 टायर फिट हैं। यह ट्रॉला इटारसी पावर ग्रिड जा रहा था।
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