Gold prices: सोने की कीमतों में आई 6 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट,जानिए क्या है कीमत
सोने की कीमतों (Gold prices) में लगातार दूसरे हफ्ते गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही अप्रैल महीने में सितंबर 2021 के बाद सोने में कीमत में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर जून कॉन्ट्रैक्ट के लिए सोने की कीमत शुक्रवार को 51,760 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमत 1,895 डॉलर प्रति औंस रहीं।
क्यों गिर रही सोने की कीमत?
कमोडिटी मार्केट के एक्सपर्ट के मुताबिक सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर (US Dollar) में मजूबती रही। उन्होंने बताया कि डॉलर इडेक्स पिछले पूरे हफ्ते 100 से ऊपर रहा, जिसके चलते अमेरिकी डॉलर अपने 20 सालों के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर इंडेक्स के अलाना अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से अगले हफ्ते ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की जानी है, जिससे सोने की कीमतों पर ब्रेक लगा है।
सोने की कीमत आगे बढ़ेगी या घटेगी?
गोल्ड मार्केट के एक्सपर्ट ने बताया कि रूस-यूक्रेन के बीच जंग तीसरे हफ्ते में प्रवेश कर गया है और इसे लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इसके अलावा विभिन्न कमोडिटी की बढ़ती कीमतें, अक्षय तृतीया का पर्व और शादियों का सीजन शुरू होने से घरेलू बाजार में सोने की मांग बढ़ेगी। ऐसे में निवेशक सोने की कीमत में किसी भी तरह के गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में देख सकते हैं।
अगले हफ्ते इस रेंज में रह सकती है कीमत
एक्सपर्ट्स ने बताया कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होने तक सोने की कीमतों के 1870 से 1960 डॉलर प्रति औंस के बीच और MCX पर 50,500 से ₹53,500 प्रति 10 ग्राम के भाव के बीच कारोबार होने की उम्मीद है।
सोने को लेकर आउटलुक पॉजिटिव
Religare Broking Ltd में कमोडिटी और करेंसी रिसर्च की वाइस प्रेसिडेंट, सुगंघा सचदेवा ने कहा कि सोने की कीमत को लेकर आउटलुक पॉजिटव है। उन्होंने कहा, " "बाजार यह अनुमान लगा रहे हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लेगा, जो सोने की कीमतों को बढ़ने से रोक रहा है। हालांकि इसके बावजूद कई ऐसे पहलू भी है, जो सोने की कीमत को लेकर आने वाले दिनों में सकारात्मक माहौल दिखा रहे हैं। भू-राजनीतिक तनावों और तेज होती महंगाई के बीच निवेश के सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ सकती है।"
उन्होंने आगे कहा, "वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के हालिया आंकड़ों के मुताबिक, 2022 की पहली तिमाही में ग्लोबल स्तर पर सोने की मांग सालाना आधार पर 34 फीसदी बढ़कर 1,234 टन रही। इसके पीछे ETF की मांग में बढ़ोतरी मुख्य वजह रही, जो बताता है कि कीमती पीली धातु बहुत अधिक निवेशकों को आकर्षित कर रही है। इसके अलावा, अक्षय तृतीया के शुभ अवसर के आसपास कम कीमतों से सोने की मांग बढ़ने की संभावना है। भारतीय बड़े पैमाने पर इस दिन सोना खरीदते हैं।"
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