महंगाई का लगेगा एक और झटका, फिर बढ़ेंगे मोबाइल कंपनियों के रिचार्ज पैक के दाम
आपके मोबाइल रिचार्ज पैक (Mobile recharge pack) के दाम फिर बढ़ने वाले हैं. ऐसा कुछ महीने पहले भी हुआ था. मोबाइल कंपनियां ( Telecom operators ) इस तैयारी में लग गई हैं.
पैक के दाम बढ़ने से आपके डेट पैक और वॉयस पैक मंहगे हो जाएंगे. पहले से बढ़ी आ रही महंगाई में यह एक और झोंका होगा. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल कंपनियां उन ग्राहकों के सिम पर ध्यान दे रही हैं जो एक्टिव नहीं हैं. जिन्होंने सिम लिया तो है, लेकिन उसे कम रिचार्ज करते हैं और कम इस्तेमाल करते हैं. जो सिम एक्टिव नहीं हैं उन्हें बंद किया जाएगा. इससे ग्राहकों की संख्या घटेगी, लिहाजा रिचार्ज पैक महंगा (Tariff hike) कर उसकी भरपाई की जाएगी.
मोबाइल कंपनियों का कहना है कि ‘एवरेज रेवेन्यू पर यूजर’ यानी कि ARPU में सुधार लाने के लिए रिचार्ज पैक महंगा करना मजबूरी है. इसके लिए कंपनियां सस्ते रिचार्ज कराने वाले या इनएक्टिव ग्राहकों को बाहर करेंगी. इससे पहले दिसंबर 2021 में टैरिफ के रेट बढ़ाए गए थे. इस रेट बढ़ोतरी के बाद अधिकांश वैसे ग्राहकों ने सिम बंद करा दिए जिनके पास एक से अधिक सिम कार्ड थे. वैसे सिम बंद कराए गए जो बिना रिचार्ज के चलते थे. ऐसे ग्राहकों के बाहर होने से रिलायंस जियो को सबसे अधिक फायदा हुआ क्योंकि एक्टिव यूजर की संख्या बढ़ गई.
टेलीकॉम सेक्टर के जानकारों ने ‘फाइनेंशियल एक्सप्रेस‘ को बताया कि भारती एयरेटल अपना एआरपीयू और बढ़ाना चाहती है और जियो अपने नेटवर्क पर एक्टिक यूजर की तादाद में सुधार करने में लगी है. ऐसे में भविष्य में टैरिफ रेट में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. भारती एयरटेल ने इस साल में अपना एआरपीयू 200 तक ले जाने की तैयारी की है, जबकि पिछले साल दिसंबर में यह 163 था. वोडाफोन आइडिया ने भी अपना एआरपीयू बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है.
हाल की एक रिपोर्ट बताती है कि मोबाइल टैरिफ के रेट बढ़ने से वायरलेस ग्राहकों की संख्या में गिरावट आई है. लेकिन एक्टिव यूजर की संख्या बढ़ी है. एक्टिव यूजर का अर्थ है कि पहले किसी व्यक्ति के पास दो सिम कार्ड हुआ करता था जिसमें से एक बंद कराकर दूसरा चालू रखा गया है. पहले दोनों सिम रेगुलर नहीं चलाए जाते थे. लेकिन अब एक सिम होने से लोगों ने हमेशा रिचार्ज करना शुरू किया है. आज की तारीख में मोबाइल अब जरूरी सेवा में शामिल हो गया है जिससे इसका इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है.
एक अन्य जानकार ने बताया कि मोबाइल टैरिफ के दाम में बढ़ोतरी इतनी जल्दी नहीं हो रही क्योंकि कंपनियां अभी पिछली बढ़ोतरी के प्रभाव की पड़ताल कर रहे हैं. जब उन्हें पिछली बढ़ोतरी का ट्रेंड पता चल जाएगा, तब अगली बढ़ोतरी पर विचार करेंगे. जानकारों का मानना है कि कंपनियां अभी 5G की नीलामी में उलझी हैं और सारा ध्यान उधर ही है. जैसे ही वह मामला साफ होगा, मोबाइल टैरिफ के दाम बढ़ जाएंगे.
क्रेडिट- TV9
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