ये है दुनिया की सबसे ज्यादा गर्म जगह जहां पिघल जाती है पूरी शरीर
इस समय दुनिया का सबसे गर्म इलाका पाकिस्तान का नवाबशाह रहा है। यहां पर पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहां के पड़ इड़ान (45 डिग्री सेल्सियस) और जैकबाबाद (44.5 डिग्री सेल्सियस) तापमान दर्ज किया गया। भारत में सबसे गर्म इलाका था बीकानेर, जहां पर पारे ने 44.2 डिग्री सेल्सियस को छुआ। इसके अलावा अपने देश ब्रह्मपुरी, चंद्रपुर, झांसी, बाड़मेर, चुरु, डाल्टनगंज और खजुराहो वो इलाके थे, जिनका तापमान 43.8 से 44 डिग्री सेल्सियस तक था। लेकिन बात ये है कि दुनिया की वो 10 जगहें कौन सी हैं, जो सबसे ज्यादा गर्म रहती हैं।
यहां इतनी गर्मी पड़ती है कि आप 10 मिनट में बीमार होकर कुछ ही घंटे में मौत भी हो सकती है।
डेथ वैली, कैलिफोर्निया
धरती पर सबसे गर्म माने जाने वाली जगहों में से एक कैलिफोर्निया की डेथ वैली है। यहां पर अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड 10 जुलाई 1913 में बना था। तब डेथ वैली में फरनेस क्रीक नाम की जगह का पारा 56.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। फिलहाल यहां पर 37 से 40 डिग्री के बीच तापमान चल रहा है।
फ्लेमिंग माउंटेन, चीन
चीन के शिनजियांग प्रांत के तियान शान में मौजूद लाल सैंडस्टोन्स की पहाड़ियां। इन्हें फ्लेमिंग माउंटेंस या हुओयान माउंटेंस भी कहते हैं। ये टकलामाकेन रेगिस्तान के उत्तरी हिस्से में हैं। ये पहाड़ 100 किलोमीटर लंबा और 5 से 10 किलोमीटर चौड़ा है। यहां पर गर्मियों में आमतौर पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
लुट रेगिस्तान, ईरान
दश्त-ए-लुट के नाम से प्रसिद्ध यह जगह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है। यह दुनिया का 34वां सबसे बड़ा रेगिस्तान। 480 किलोमीटर लंबा और 320 किलोमीटर चौड़ा। इस रेगिस्तान में जीवन नाम की चीज नहीं है। न पौधे न जंतु। NASA के एक्वा सैटेलाइट ने इस रेगिस्तान की सतह का तापमान साल 2003 से 2010 तक रिकॉर्ड किया। जो तापमान रिकॉर्ड किया वो डरावना था। पारा 70.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इतनी गर्मी में तो कुछ भी सूख सकता है।
सहारा रेगिस्तान, अफ्रीका
अफ्रीका का यह रेगिस्तान दुनिया के सबसे गर्म इलाकों में से एक है। औसत तापमान 35 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। बारिश न के बराबर होती है। पूरे साल में 100 मिलिमीटर से भी कम। यहां पर हवा का उच्चतम तापमान 58 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। जबकि, सतह का तापमान अधिकतम 76 डिग्री होता है।
अल अजीजिया, लीबिया
लीबिया के उत्तर-पश्चिम में मौजूद एक छोटा सा कस्बा। यह जाफरा जिले में आता है। अपनी गर्मी के लिए मशहूर है। वैसे तो यहां पर औसत अधिकतम तापमान 35 से 40 के बीच रहता है। लेकिन यहां पर पारे ने 13 सितंबर 1922 में रिकॉर्ड तोड़ा था। यहां पर 58 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
सोनोरन रेगिस्तान, अमेरिका
अमेरिका से उत्तरी मेक्सिको तक फैले इस रेगिस्तान की दो चीजें खतरनाक हैं। पहली गर्मी और दूसरे यहां पर उगे कैक्टस के पौधे। एरिजोना प्रांत में मौजूद इस रेगिस्तान में कुछ दुर्लभ जगुआर भी मिल जाते हैं। यहां पर औसत तापमान 40 डिग्री सेल्यिस से 46.1 डिग्री सेल्सियस तक रहता है।
बैंकॉक, थाईलैंड
थाईलैंड के बैंकॉक के थाई शहर कभी भी बहुत ज्यादा गर्म नहीं होता। लेकिन साल भर गर्म रहता है। रात को भी पारा बहुत नीचे नहीं जाता। क्रंग थेप महा नखोन के नाम से प्रसिद्ध इस जगह पर साल भर 40 डिग्री सेल्सियस या उसके ऊपर तापमान रहता है।
कुवैत सिटी, कुवैत
मध्य-पूर्व और दुनिया के सबसे गर्म शहरों में से एक है कुवैत सिटी। 40 लाख की आबादी वाले इस शहर में गर्मियों में औसत तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस रहता है। यहां पर हाल ही में पारा 53.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था।
डलोल, इथियोपिया
इथियोपिया के उत्तर में स्थित डलोल एक छोटा सा गांव है, जो सालभर अपनी गर्म तापमान के लिए जाना जाता है। यहां पर औसत अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस बना रहता है। पारा अधिकतम 49 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है।
अमेजन
धरती का फेफड़ा कहे जाने वाले इस इलाके में जंगल ही जंगल है। नदियां हैं। लेकिन यह इलाका भी धरती के गर्म इलाकों में आता है। यहां ह्यूमिडिटी बहुत ज्यादा रहती है। यह गर्म हवा आपके फेफड़ों में तब महसूस होती हैं, जब आप यहां पर घूमते हो। आमतौर पर औसत तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन यह 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
क्रेडिट- डेली न्यूज 360
0 टिप्पणियाँ