रजक समाज एक होगा तो अनुसूचित जाती का आरक्षण मिलना मुमकिन हैं !
वार्ताहर, दिल्ली/पुणे : भारत में अगर रजक समाज के लोग एक हो जाए तो पुरे भारत में सारे रजक समाज के लोगोंको एक कटेगिरी यानी अनुसूचित जाती का आरक्षण लागू होगा ! उसके लिये पुरे भारत के रजक समाज के लोगोंको एक होकर राजकीय शक्तियोंको जगाना होगा तभी रजक समाज को न्याय मिलेगा ऐसा प्रतिपादन दिल्ली मे हुये 8, 9 एप्रिल को विश्व रजक महासंघ के राष्ट्रिय अधिवेशन मे प्रमुख अतिथी आयईएस अधिकारी लखनौ के श्रीमान. जय सिंह रजक जी ने किया !
नवी दिल्ली के डॉ.आंबेडकर भवन मे 8, 9 एप्रिल को विश्व रजक का पहला राष्ट्रिय अधिवेशन संपन्न हुआ ! अधिवेशन मे पुरे भारत से १६ - १७ राज्योसे प्रतिनिधी आये थे, उसमे पुणे से नेशनल लॉ कमिटी प्रेसिडेंट ऍड, संतोष शिंदे, प्रदेश कमिटी प्रेसिडेंट सौ. संगिता ननावरे, प्रदेश महिला अध्यक्ष- उषा कनोजिया, नेशनल सेकेट्री मुन्नालाल कनोजिया, वरिष्ठ जन.सेकेट्री सीडी राम कनोजिया, श्री, प्रागिलाल सहित पूनम बेनिवाल, पुष्पा दास, अनुराधा सोलंकी, कांता चौहान, कांता माथूर, प्रविणा मॅडम आदी महिला पदाधिकारी उपस्थित थे ! अधिवेशन की सारी तैयारिया संस्थापक श्री. रंजीत कुमार बैठा जी ने की. राष्ट्रिय अध्यक्ष पूर्व आयईएस अधिकारी श्री. चिंतामणी जी ने पुरे भारत से आये रजक समाज के पदाधिकारीयोंको संबोधित करके अनुसूचित जाती का आरक्षण पुरे भारत मे रजक समाज के लोगो को मिलने के लिये एकजूट दिखाकर राजकीय शक्तियोंकी मदत से जलद गतीसे मिलाने के नुस्खे बताकर मार्गदर्शन किया ! दिल्ली युनिव्हर्सिटी की प्रोफेसर डॉ.चंद्र कांता माथूर जी ने भी रजक समाज को जगाकर रजक लोगोने एकजूट होकर संविधान मे बताये मार्ग पर चलकर रजक समाज के प्रति सोई हूई राजनीती को जगाकर डॉ. बाबासाहब जी द्वारा बताये मार्ग से चलने पर सभी को मार्गदर्शित किया !
कानुनी लढाई लढ्कर संविधान मे बताए मार्ग पर चलकर पुरे भारत के रजक समाज एवं रजक संघटना एक होकर अनुसुचित जाती का आरक्षण तुरंत लागू कराने की लढाई लडने हेतू अधिक जानकारी के लिये मोबा नं-7507004606 संपर्क करने को नेशमल लॉ कमिटी प्रेसिडेंट ऍड. संतोष शिंदे जी ने आवाहन भी किया हैं !
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