लेफिटनेंट जनरल मनोज पांडेय नए सेना प्रमुख नियुक्त, केंद्र सरकार ने दी सहमति
नई दिल्ली:ले. जन. मनोज पांडे को नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है, जो 13 लाख की सेना में शीर्ष पद पर पहुंचने वाले, कोर ऑफ इंजीनियर्स के पहले अधिकारी बन गए हैं.
इस पद पर अभी तक इन्फेंट्री, आर्मर्ड, या आर्टिलरी कोर के अधिकारी ही बैठते आए हैं.
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने, 29वें थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) के तौर पर ले. जन. पांडे के नाम पर मुहर लगा दी है.
ले. जन. पांडे जो फिलहाल उप सेना प्रमुख हैं, 30 अप्रैल को जनरल एमएम नरवाणे से पदभार ग्रहण करेंगे, जिस दिन वो सेवानिवृत्त होंगे.
उप सेना प्रमुख रहने से पहले, ले. जन. पांडे महत्वपूर्ण ईस्टर्न कमांड के प्रमुख थे, और उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर टेक्नॉलजी एकीकरण का एक प्रमुख समर्थक माना जाता है.
वो भारत की एकमात्र त्रि-सेवा कमांड अंडमान व निकोबार कमांड (सीआईएनसीएएन) के कमांडर-इन-चीफ का ज़िम्मा भी संभाल चुके हैं.
सरकारी सूत्रों ने दिप्रिंट को पहले बताया था कि पांडे सेना प्रमुख के पद पर परिचालन और लॉजिस्टिक्स दोनों के अनुभव ला रहे हैं.
कई अहम कमांड और स्टाफ नियुक्तियां
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के एक पूर्व छात्र ले.जन.पांडे को दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स (दि बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन मिला था.
उन्होंने ऑपरेशन पराक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील पल्लनवाला सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर, एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली थी.
स्टाफ कॉलेज कैम्बरले (यूनाइटेड किंग्डम) के ग्रेजुएट पांडे, हायर कमांड (एचसी) ओर नेशनल डिफेंस कॉलेज (एनडीसी) के कोर्सेज़ में भी शामिल रहे हैं.
39 साल लंबे अपने सैन्य करिअर में, उन्होंने अलग अलग तरह के परिचालन वातावरण में, महत्वपूर्ण कमांड और स्टाफ नियुक्तियों पर काम किया है, जिनमें एलओसी पर इन्फेंट्री ब्रिगेड, पश्चिम लद्दाख़ के ऊंचाई वाले क्षेत्र में माउंटेन डिवीज़न, और उत्तर-पूर्व में एक कोर शामिल हैं.
उनके स्टाफ अनुभवों में उत्तर-पूर्व में एक माउंटेन ब्रिगेड के ब्रिगेड मेजर, सैन्य सचिव की शाखा में सहायक सैन्य सचिव (एएमएस), ऊंचाई वाले क्षेत्र में एक माउंटेन डिवीज़न के कर्नल क्यू, और ईस्टर्न कमांड मुख्यालय में ब्रिगेड जनरल स्टाफ (ऑपरेशंस) आदि शामिल हैं.
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