MPPEB:पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा की हलचल पहुंची मंत्रायल , निरस्त हो सकती है भर्ती
भोपाल. मध्यप्रदेश में पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. परीक्षा सवालों के घेरे में आने के बाद अब पीईबी (PEB) से लेकर मंत्रालय तक में हलचल तेज हो गई है.
भर्ती प्रक्रिया को टाला जा सकता है. दूसरे चरण की परीक्षा के नाम पर कई तथ्यों को छुपाने का बड़ा आरोप है. न्यूज़ 18 भी इस परीक्षा को लेकर 5 बड़े सवाल उठा रहा है.
पीईबी ने पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए 8 जनवरी से 17 फरवरी तक ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. इसका रिजल्ट 24 मार्च को आया था. 6 हजार पदों के लिए 5 गुना अधिक उम्मीदवारों को क्वालिफाई किया गया. इनकी संख्या 31 हजार 208 है. पुलिस मुख्यालय इनका फिजिकल टेस्ट लेगी. अभी फिजिकल टेस्ट के लिए तारीख घोषित नहीं की गई है. इसके बाद पीईबी अंतिम रिजल्ट जारी करेगा. इससे पहले उम्मीदवारों के आरोपों के बाद इस भर्ती प्रक्रिया पर संकट के बादल छा गए हैं. रिजल्ट में कम अंक वाले और अयोग्य उम्मीदवारों का चयन करने का गंभीर आरोप है.
5 बड़े सवाल…
1-आरक्षण के आधार पर रिजल्ट जारी क्यों नहीं किया गया?
2-रिजल्ट की रेंडम लिस्ट में मेरिट और चयन का आधार क्यों नहीं बताया गया?
3-पहले चरण के रिजल्ट में कट ऑफ क्यों नहीं बताया गया?
4-पहले कुछ उम्मीदवारों को क्वालिफाई कर बाद में क्यों नॉट क्वालिफाई किया गया?
5- दूसरे चरण की परीक्षा के नाम पर तथ्यों को क्यों छुपाया जा रहा है?
दूसरे चरण की परीक्षा का हवाला
PEB ने चयनित आरक्षित उम्मीदवार की संख्या और उनका कट ऑफ कुछ भी नहीं बताया. हालांकि इसके पीछे तर्क दूसरे चरण की परीक्षा का दिया जा रहा है. PEB ने सफाई देकर परीक्षा नियम पुस्तिका के अनुसार कराने की बात भी कही थी. इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर मामले की जांच MAPIT (मध्यप्रदेश एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नॉलोजी) कर रही है. PEB से लेकर मंत्रालय तक में बैठक का दौर जारी है. PEB के डायरेक्टर और परीक्षा कंट्रोलर हेमलता ने भी बैठक ली. मैप आईटी तथ्यों को जुटाने रहा है. हालांकि, PEB के जिम्मेदार अफसरों ने मामले में चुप्पी साध ली है.
क्रेडिट:News18
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