कॉफी हाउस के दरवाजे से लेकर पार्किंग स्थल पर आंदोलनकारियों का कब्जा
सीधी।
बीते कई वर्षों से कलेक्ट्रेट के सामने स्थित वीथिका भवन परिसर आंदोलनकारियों का स्थाई रूप से अड्डा बन चुका है। आंदोलनकारी यहां अक्सर ही अपना डेरा जमाए रहते हैं। वर्तमान में तीन दिनों से आंदोलनकारियों द्वारा यहां संचालित कॉफी हाउस परिसर में भी डेरा जमा लिया गया है। जिसके चलते कॉफी हाउस आने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आंदोलनकारियों द्वारा गर्मी के दिनों में काफी हाउस परिसर में मौजूद वृक्षों के छांव के लिए अपना पूरा डेरा यहां जमाया गया है। आंदोलनकारियों द्वारा अपनी सुविधा को देखते हुए कॉफी हाउस के पूरे कारोबार को ही प्रभावित कर दिया गया है। आंदोलनकारियों के परिसर में कॉफी हाउस के सामने जम जाने के कारण यहां ग्राहकों की उपस्थिति भी कम हो चुकी है। दरअसल कॉफी हाउस में आने वाले ज्यादातर ग्राहक अपने वाहनों से पहुंचते हैं। कॉफी हाउस के अंदर वाहनों को खड़ा करनें के लिए व्यवस्थित पार्किंग स्थल भी मौजूद है। आंदोलनकारियों के डेरा जमा लेने के कारण कॉफी हाउस के अंदर वाहनों का आना भी बंद हो चुका है। इसी वजह से अधिकांश लोग वाहन पार्किंग की सुविधा न होने के कारण बाहर से ही रास्ता बदलकर वापस चले जाते हैं। कॉफी हाउस का कारोबार तीन दिनों से काफी प्रभावित होने के कारण यहां के कर्मचारी भी काफी परेशान हैं। उनके द्वारा अपने स्तर से आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया। साथ ही यह भी कहा गया कि वो अपना आंदोलन कॉफी हाउस परिसर से हटकर करें लेकिन आंदोलनकारी कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं हैं।
*इनका कहना है
आंदोलनकारियों के कॉफी हाउस में डेरा जमाने से तीन दिनों से काफी परेशानी हो रही है। इससे व्यवसाय भी काफी प्रभावित हुआ है। दरवाजे से लेकर पार्किंग तक आंदोलनकारियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा जमा लेने के कारण कॉफी हाउस आनेे-जाने वालों की काफी फजीहत हो रही है। तीन दिनों से व्यवसाय के काफी प्रभावित होने के कारण कर्मचारी भी परेशानी का सामना करनें को मजबूर हैं।
उदय कुमार
मैनेजर, इंडियन कॉफी हाउस
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