सीधी:बेटी को ससुराल बुलाने जा रहा अधेड़ सोन नदी पार करने के दौरान डूबा,18 घण्टे बाद रेस्क्यू टीम को मिली लाश

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सीधी:बेटी को ससुराल बुलाने जा रहा अधेड़ सोन नदी पार करने के दौरान डूबा,18 घण्टे बाद रेस्क्यू टीम को मिली लाश



सीधी:बेटी को ससुराल बुलाने जा रहा अधेड़ सोन नदी पार करने के दौरान डूबा,18 घण्टे बाद रेस्क्यू टीम को मिली लाश

डूबने के पहले पोते को कम पानी में फेंककर बचाई जान

 सीधी
होली के त्यौहार पर बेटी को ससुराल से बुलाने जा रहा अधेड़ सोन नदी के भेलकी खुर्द घाट में नदी पार करने के दौरान पानी के तेज बहाव में आने से डूब गया। उस दौरान अधेड़ के कंधे पर पोता भी बैठा हुआ था। जब अधेड़ को नदी के मध्य में आने पर पानी के तेज बहाव का एहसास हुआ तो उसने पोते को पानी में ही दूर फेक दिया जहां बहाव कम था। अधेड़ तो नदी के तेज बहाव में डूब गया लेकिन पोता नदी से बाहर आने के लिए पानी में ही संघर्ष करता रहा। कुछ दूर मौजूद लोगों ने जब उसे देखा तो पानी में उतरकर पोते को सुरक्षित बचा लिया। 
शनिवार शाम करीब 4 बजे हुई इस घटना की जानकारी जमोड़ी थाना पुलिस को एक घंटे बाद मिलने पर मौके पर पहुंच गई। जमोड़ी थाना प्रभारी शेषमणि मिश्रा द्वारा स्थानीय गोताखोरों की मदद से डूबे हुए अधेड़ की सर्चिंग का काम शुरू कराया गया लेकिन रात हो जाने से कोई सफलता नहीं मिली। 

भेलकीखुर्द में 18 घंटे बाद रेस्क्यू टीम को मिली लाश

वहीं सूचना मिलने पर कल रविवार की सुबह करीब 10 बजे सोन नदी के भेलकी खुर्द घाट में एसडीआरईएफ एवं होम गार्ड की टीम मौके पर पहुंची और डूबे हुए अधेड़ की सर्चिंग का कार्य शुरू किया गया। टीम ने मोटर वोट के सहारे करीब 40 मिनट में ही डूबे हुए अधेड़ की लाश को नदी के गहरे पानी से कांटा लगाकर बाहर खींच लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार भेलकी खुर्द निवासी छोकवा कोल पिता छोटे कोल उम्र 55 वर्ष शनिवार अपरान्ह अपने 7 वर्षीय पोता के साथ बेटी को होली के त्यौहार पर बुलाने के लिए उसकी ससुराल लालीमाटी जा रहा था। नदी को वो अपरान्ह करीब 4 बजे पार कर रहा था। सोन नदी की चौड़ाई 800 मीटर है। छोकवा कोल करीब 400 मीटर की दूरी पार कर नदी के बीच में पहुंचा तो उस दौरान पानी का बहाव काफी तेज था। जिसके चलते वो पोते को कंधे में लेकर पार करने में लाचार हो गया। इसी वजह से पोते को जिस स्थान पर पानी का बहाव कम था उस ओर धकेल दिया और स्वयं डूब गया। ये संयोग था कि पोता संघर्ष करने के दौरान नदी तट के समीप मौजूद कुछ लोगों की निगाह में आ गया और उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। चर्चा के दौरान 7 वर्षीय पोता घटना के बाद से काफी सहमा हुआ है। उसने ये बताया कि कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ही उसे पानी से निकाल लिया गया था।

भेलकी खुर्द में होती रहती हैं डूबने की वारदात

सोन नदी के भेलकी खुर्द में नदी पार करने के लिए पूर्व में नाव की व्यवस्था थी। काफी अर्से से ये सुविधा भी बंद हो गई है। तत्संबंध में ग्राम पंचायत भेलकीखुर्द के पूर्व सरपंच का कहना था कि निजी स्तर पर नाव चलाने की व्यवस्था बनाई गई थी। यह व्यवस्था बंद हो जाने के बाद उनके द्वारा अपने कार्यकाल में ही दर्जनों बार संबंधित अधिकारियों से नाव घाट की व्यवस्था बनाने की मांग की गई थी। किन्तु उसमें कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसी वजह से सोन नदी भेलकी खुर्द में पानी में डूबने की घटनाएं होती रहती हैं। फिर भी प्रशासनिक स्तर से इस पर कोई भी कार्यवाही करने की जरूरत नहीं समझी जा रही है। यदि नाव की व्यवस्था निजी स्तर पर भी होती तो लोग नदी पार करने के लिए गहरे पानी में उतरने का जोखिम न उठाते। यह समस्या कब तक रहेगी कोई नहीं कह सकता।

इनका कहना है..

सोन नदी के भेलकी खुर्द घाट में नदी पार करने के दौरान छोकवा कोल की शनिवार शाम को पानी के तेज बहाव में आने और डूबने से मौत हो गई है। वहीं साथ में मौजूद पोता लोगों की मदद से सुरक्षित बाहर आ गया था। आज लाश मिल गई है।

शेषमणि मिश्रा
*थाना प्रभारी, जमोड़ी


सोन नदी के भेलकीखुर्द घाट में एक व्यक्ति के डूबने की सूचना कल शाम को मिल गई थी। लेकिन रात हो जाने से नदी में रेस्क्यू कर पाना संभव नहीं था। आज टीम मौके पर पहुंची और करीब 40 मिनट में ही लाश को बाहर निकला लिया गया।

मयंक तिवारी
टीम हेड
एसडीआरईएफ

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