खुशखबरी:अपने गाँव से भी रेलवे के जरिये मंगवा सकेंगे सामान, डोर टू डोर डिलेवरी की सर्विस होगी शुरू
रेलवे (Indian Railways) अपनी कमाई बढ़ाने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहा है. बदलते समय में केवल पैसेंजर किराया और सामान्य माल ढुलाई से काम चलता नहीं दिख रहा.
इसलिए नए विकल्प के तौर पर रेलवे अब डोर टू डोर डिलिवरी सर्विस (Door to Door Delivery Service) शुरू करने जा रहा है. इस नए काम में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और पोस्ट विभाग (India Post) भी शामिल होंगे. रेलवे इसके नए मॉडल पर काम कर रहा है. पोस्ट विभाग और डेडिडेटेड फ्रेट के जरिये रेलवे में सामान ढुलाई की नई शुरुआत की जाएगी. रेलवे अब आपके सामान की डिलिवरी करेगा. इसके लिए एक मोबाइल ऐप लांच किया जाएगा. इस ऐप की मदद से आप डिलिवरी का ऑर्डर देंगे और रेलवे आपके घर तक सामान पहुंचाएगा.
मोबाइल ऐप से मिलेगी सर्विस
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेल ने इस सर्विस का ट्रायल रन शुरू कर दिया है. फिलहाल दिल्ली एनसीआर, गुजरात के साणंद और मुंबई में ट्रायल रन शुरू किया गया है. रेलवे इस सर्विस के लिए बहुत जल्द मोबाइल ऐप लाने वाला है. इस मोबाइल ऐप के जरिये आप ऑर्डर दे सकेंगे और लगेज बुक कर सकेंगे. ऑर्डर बुक कर अपना सामान घर तक मंगा सकेंगे. या घर से सामान को कहीं और भेज सकेंगे. रेलवे की इस सर्विस से माल ढुलाई की कमाई बढ़ने की संभावना है. रेलवे का पूरा ध्यान फ्रेट से होने वाली कमाई को बढ़ाने पर है. इसके लिए हालिया बजट में भी नया प्रावधान किया गया है.
आपके घर सामान पहुंचाएगा रेलवे
मोबाइल ऐप पर ऑर्डर बुक करने के बाद रेलवे आपके घर सामान पहुंचाएगा और उसका शुल्क लेगा. इस काम में रेलवे पोस्टल सर्विस की मदद लेगा. डाक विभाग के जरिये ही रेलवे आपके घर तक सामान पहुंचाएगा और सामान ढोने का काम डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के माध्यम से होगा. इससे फ्रेट कॉरिडोर की आमदनी बढ़ेगी. इस सर्विस की बदौलत दो शहरों या स्थानों के बीच सामान मंगाया या भेजा जा सकेगा. रेलवे माल ढुलाई की कमाई को बढ़ाने के लिए इस नए प्रयोग को अंजाम दे रहा है. अभी इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है. प्रोजेक्ट सफल होता है तो रेलवे अपने विशाल नेटवर्क पर इस सर्विस को विस्तार देगा. इससे आने वाले समय में माल ढुलाई का काम आसान होने जा रहा है. अभी तक ऐसा काम प्राइवेट कंपनियां करती थीं और कमाई करती थीं. अब यही काम रेलवे करेगा. इसमें कमाई की बेहतर संभावनाएं हैं.
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