कलयुग के श्रवण कुमार:दादा को कंधे पर बैठाकर रीवा से लेकर संगम स्नान कराने दो श्रवण
आपने श्रवण कुमार के बारे में जरूर सुना होगा लेकिन हम आपको दो ऐसे भाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने बुजुर्ग दादा को कंधे पर बैठाकर संगम स्नान करवाने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंचे.
ये दोनों भाई मध्यप्रदेश में रीवा के रहने वाले हैं. जब लोगों ने देखा कि दोनों इतनी दूर से अपने दादा को कंधे पर बैठाकर संगम स्नान के लिए लाए हैं, तो सभी हैरान रह गए.
विष्णु और शंकर ने बताया कि वे अपने दादा से बहुत प्यार करते हैं और उनकी सेवा करना उन्हें अच्छा लगता है. इसे वह अपना धर्म और कर्तव्य समझते हैं. उन्होंने बताया कि दोनों उनके दादा की संगम स्नान करने की इच्छा थी. इसलिए दोनों ने उनकी इच्छा को पूरा करने का सोचा. फिर दोनों अपने दादा को कंधे पर बैठाकर रीवा से प्रयागराज पहुंचे. बता दें, माघ मेले के तीसरे सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर मंगलवार को मौन डुबकी लगाई जा रही है. मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर ब्रह्म मुहूर्त से श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालु संगम के अलग-अलग घाटों पर डुबकी लगा रहे हैं. मौनी अमावस्या पर संगम स्नान विशेष फलदायी होता है.
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