MP GAY App: एप्स में करते थे सेक्स चैट, सुनसान जगह पर ले जाकर बनाते रिलेशन, वीडियो बनाकर करते ब्लैकमेल
गुना। मध्यप्रदेश में GAY (समलैंगिक) डेटिंग एंड वीडियो चैटिंग ऐप से सेक्सटॉर्शन का मामला सामने आया है। 'Blued' नाम का यह ऐप इंटरनेशनल लेवल का है और दुनिया भर में एक करोड़ से ज्यादा बाद डाउनलोड किया जा चुका है। पकड़े गए आरोपी इस ऐप पर प्रोफाइल बनाकर समलैगिंक युवाओं को सुनसान जगह बुलाते और रिलेशन बनाते थे। फिर उनके वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए ऐंठते। इस मामले में दो लोगों ने पुलिस में शिकायत की थी।
आरोपियों में ज्यादातर सिर्फ 12वीं पास:
यह गैंग अपने आसपास के समलैंगिक युवाओं पर नजर रखती थी। कोई भी इस ऐप पर आईडी बनाता, तो गैंग के सदस्य लोकेशन देखकर उसे अपने झांसे में ले लेते थे। शनिवार को शहर के दो युवाओं ने पुलिस से शिकायत की थी। ऐप के जरिए दोनों युवाओं से संपर्क किया गया था। फिर सुनसान जगह पर बुलाकर संबंध बनाए गए और वीडियो बनाकर रुपए मांगे।
पकड़े गए आरोपी कोई काम नहीं करते थे। ये ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं हैं। इनमें से ज्यादातर सिर्फ 12वीं पास हैं। SP राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रदेश का ये इस तरह का पहला मामला है, जो सामने आया है।।
ये है वो ऐप:
प्ले स्टोर पर 'Blued' नाम से ऐप है। यह ऐप GAY लोगों के लिए डेटिंग और वीडियो कॉल के लिए बनाई गई है। दुनियाभर में इस ऐप के एक करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। इस ऐप के डिस्क्रिप्शन में यह लिखा हुआ है कि ऐप के जरिए आप दुनियाभर के 5 करोड़ से ज्यादा समलैंगिकों से संपर्क कर सकते हैं। आपके आसपास के उस तरह के लोग इस ऐप के जरिए आपके संपर्क में आ सकते हैं।
ऐसे करते थे ठगी:
इस ऐप को इंस्टॉल कर जैसे ही कोई व्यक्ति अपनी आईडी बनाता था, उसकी लोकेशन ऐप पर रजिस्टर्ड लोगों को दिखने लगती है। उस लोकेशन के सहारे ही लोग एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं। इसी का फायदा ब्लैकमेलर्स ने उठाया।
ऐप पर लॉगिन करने वाले अपने इलाके के लोगों से संपर्क कर उन्हें किसी सुनसान जगह मिलने बुलाते थे। वहां उनसे संबंध बनाए जाते और उनकी वीडियो बना ली जाती थी। फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू होता था। उसी वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर पैसे मांगे जाते थे।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को दो युवाओं ने गुना पुलिस को शिकायत की थी कि गे ऐप के जरिए उनसे संपर्क किया गया। फिर सुनसान जगह बुलाकर रिलेशन बनाए और वीडियो बना लिया गया। इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे की मांग की गई। पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने जैसे ही इस ऐप को इंस्टॉल करके अपनी आईडी बनाई उनकी लोकेशन उस ऐप पर रजिस्टर्ड लोगों को दिखने लगी। उसी लोकेशन के सहारे वे लोग हमारे संपर्क में आए। हमें सुनसान जगह बुलाकर रिलेशन बनायें और फिर हमसे पैसों की मांग की। न देने की सूरत में वीडियो वायरल करने की धमकी दी। एक युवक ने बताया कि उसकी सोने की चेन भी छीन ली गई। आखिरकार उन्होने पुलिस की शरण ली।
गुना पुलिस ने एक्शन लेते हुए 6 लोगों की गैंग पकड़ी। इनमें 2 नाबालिग समेत बंटी केवट (20), अनिकेत रजक (19) टीकम साहू (21) और नीरज राठौर (29) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गे ऐप अंतरराष्ट्रीय स्तर की डेटिंग ऐप है। इस ऐप को दुनियाभर में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। यह गे गैंग अपने आस-पास के समलैंगिक युवाओं पर पूरी नजर रखती थी। पकड़े गए आरोपी कोई काम-धंधा नहीं करते थे। ये ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं हैं। SP राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रदेश का ये इस तरह का पहला मामला है, जो सामने आया है।
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