सीधी में माड्यूलर आपरेशन थियेटर की मिलेगी सौगात,डेढ़ महीने में कार्य पूर्ण होने की संभावना
सीधी।
जिला अस्पताल को दशकों से बदहाल आपरेशन थियेटर की जगह अब माड्यूलर आपरेशन थियेटर की सौगात जल्द ही मिलने वाली है। माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर का कार्य तेजी के साथ चल रहा है जो तकरीबन डेढ़ महीने में पूरा होने की संभावना है। माड्यूलर ओटी के हैंडओव्हर होने के बाद मरीजों के सभी मेजर एवं माइनर ऑपरेशन होना शुरू हो जाएगा। बताते चलें कि जिला अस्पताल में दो नग माड्यूलर ओटी एवं दो नग नान माड्यूलर ओटी की स्थापना का कार्य मेसर्स एमआर इंजीनियरिंग वर्क प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन रीवा संभाग के कार्यपालन यंत्री के आदेश पर किया जा रहा है। कम्पनी को आपरेशन थियेटर के कार्य का जिम्मा वर्ष 2019 में ही सौंपा गया था। उस दौरान जिला अस्पताल मेंं आपरेशन थियेटर के कार्य के लिये साईट का निर्धारण तत्कालीन अधिकारियों द्वारा न करने से कार्य में काफी विलम्ब हुआ है। फिर भी अब माड्यूलर ओटी का निर्माण कार्य जिला अस्पताल में शुरू हो जाने के बाद बड़े से बड़े आपरेशन यहां करने की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। वर्तमान में वैकल्पिक आपरेशन थियेटर के माध्यम से मरीजों को आपरेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। जिसमें प्रसव एवं अर्थोपेडिक्स से संबंधित आपरेशन किये जा रहे हैं।
*मरीजों के हो सकेंगे मेजर एवं माइनर ऑपरेशन*
जिला अस्पताल के पुराने आपरेशन थियेटर के खस्ताहालत मेंं पहुंच जाने के कारण यहां करीब डेढ़ दशक तक आपरेशन का कार्य पूरी तरह से बंद था। केवल प्रसव के संबंधित सामान्य आपरेशन ही हो रहे थे। मीडिया ने इस बड़ी समस्या को मुहिम के रूप में प्रारंभ किया जिसका सार्थक नतीजा निकला कि पिछले वर्ष वैकल्पिक आपरेशन थियेटर प्रारंभ होने के साथ ही माड्यूलर आपरेशन थियेटर का कार्य भी शुरू होने की राह प्रशस्त हुई है।
जिसमें अब मरीजों के मेजर एवं माइनर ऑपरेशन हो सकेंगे।
*लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट का कार्य भी शुरू हुआ*
जिला अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट पूर्व में ही स्थापित हो गए थे। अब लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य भी काफी तेजी के साथ शुरू हो गया है। ये कयास हैं कि एक पखवाडे में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट कार्य करना शुरू कर देगा। पूर्व में लगाया गया गेल का ऑक्सीजन प्लांट करीब 95 फीसदी ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा है। ये अवश्य है कि डीआरडीओ द्वारा स्थपित किए गए ऑक्सीजन प्लांट में कुछ खराबी आने के कारण उसे बंद करा दिया गया है। सिविल सर्जन द्वारा ऑक्सीजन प्लांट के सुधार के लिए बाहर से इंजीनियर बुलाया गया है। जिससे डीआरडीओ का बिगड़ा ऑक्सीजन प्लांट भी अपनी पूरी क्षमता के साथ ऑक्सीजन तैयार करनें लगे। जिला अस्पताल में कोरोना को लेकर विशेष तैयारियां बनाई गई हैं। जिससे ऑक्सीजन की किसी तरह की कमी न रहे। तीन ऑक्सीजन प्लांटों के साथ ही 300 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेसन भी उपलब्ध हैं। जो कि जरूरत पडऩें पर स्वत: ऑक्सीजन तैयार कर मरीज को सप्लाई करेंगे। जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा 350 ऑक्सीजन सिलेंडर भी वैकल्पिक तौर पर रखे गए हैं।
*कोरोना की तीसरी लहर से निपटने खास तैयारियां*
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा विशेष तैयारियां की गई हैं। जिला अस्पताल में 152 ऑक्सीजन युक्त बेड मौजूद हैं। वहीं कोविड आईसीयू, सीसीयू, पीसीएसएसयू, बच्चों के लिए आईसीयू, एचडीयू आदि की विशेष व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। जिला अस्पताल के स्वास्थ्य अमले को ड्यूटी के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है। जिला अस्पताल में कोविड के इलाज से संबंधित सभी आवश्यक दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक भी रखा गया है। वहीं जरूरत पडऩें पर गंभीर मरीजोंं को बाहर के अस्पतालों में ले जानें के लिए एंबूलेंस की सुविधा भी बनाई गई है। जिससे मरीज के उपचार में किसी तरह की कमी न रहे।
*इनका कहना है...*
जिला अस्पताल के लिए वर्ष 2019 में स्वीकृति हुई मॉड्यूलर ओटी का कार्य शुरू है। करीब डेढ़ महीनें में ये ओटी हैंण्डओव्हर हो जाने की संभावना है। ओटी से संबंधित कई आवश्यक सामग्री पूर्व में ही आ चुकी है। वहीं सीआर्म मशीन भी उपलब्ध हो गई है। जिससे हड्डी से संबंधित ऑपरेशन करनें में काफी मदद मिलेगी। जिला अस्पताल में कोविड से संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। वर्तमान में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।
*डॉ.एस.बी.खरे
*सिविल सर्जन*
*जिला अस्पताल, सीधी*
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