मध्यप्रदेश में कल से सभी कक्षाओं की स्कूलें बंद, शिवराज सरकार जारी की नई गाइड लाइन
मध्यप्रदेश में स्कूलों (MP School) पर बड़ा फैसला लिया गया है। दरअसल शिवराज सरकार ने कोरोना के बढ़ते केसेस को देखते हुए मध्यप्रदेश में स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। CM शिवराज सिंह ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में तेजी से आंकड़े बढ़ते रहे है। ऐसी स्थिति में 15 जनवरी से 31 जनवरी 2022 तक कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे।
वहीं 20 जनवरी 2022 से होने वाली प्री बोर्ड की परीक्षा (MP Board Pre-Board exam) ऑफलाइन नही होगी। दरअसल 20 जनवरी से होने वाली प्री बोर्ड की परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से ना होकर टेक होम परीक्षा के माध्यम से होगी। प्रश्न पत्र घर पर हल करना होगा। इसके साथ ही साथ हल किए प्रश्नपत्र स्कूलों में भेजने होंगे।
बता दें कि स्कूलों को बंद करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी जिस तरह से लगातार संक्रमित मरीज सामने आ रहे थे। ऐसी स्थिति में माना जा रहा था कि जल्द स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि Corona के तीसरे लहर में केस और अधिक तेजी से बढ़ेंगे। पीक पर पहुंचने के साथ ही रोजाना मामले में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जिसको देखते हुए 15 दिन तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया है।
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल 31 जनवरी तक बंद रहेंगे
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि धार्मिक स्थल खुले रहेंगे और कोशिश की जाएगी कि आर्थिक गतिविधियां प्रभावित ना हो और ना ही बंद हो। इसी के साथ जुलूस, रैलियों पर भी प्रतिबंध होगा।
नए निर्देशों के मुताबिक, हॉल के अंदर 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कार्यक्रम किए जा सकते हैं। बड़ी रैली, बड़ी सभाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा। खेल गतिविधियां स्टेडियम की क्षमता के हिसाब से 50 प्रतिशत संख्या के साथ बिना दर्शकों के आयोजित की जा सकेगी। प्री बोर्ड की परीक्षाएं टेक होम एग्जाम के रूप में ली जाएगी। 20 जनवरी से ये एक्जाम होना थी। प्रदेश में लगा नाइट कर्फ्यू यथावत जारी रहेगा।
यह भी दिए निर्देश
- बंद हाल में हाल की क्षमता के पचास प्रतिशत से कम उपस्थिति के ही कार्यक्रम होंगे।
- कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन अनिवार्य ।
- मास्क नहीं लगाने वाले व्यक्तियों पर नियमानुसार जुर्माना लगाकर वसूली की जाए ।
- धार्मिक और व्यावसायिक मेल प्रतिबंधित ।
- सभी तरह के जुलूस पर रोक।
बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण के प्रकरण बढ़ने की दर दूसरी लहर की तुलना में तीन गुना से अधिक है। दुनिया में एक दिन में 34 लाख केस आ रहे हैं। देश में गुरुवार को दो लाख 64 हजार प्रकरण और मध्य प्रदेश में आज चार हजार 755 केस है। साप्ताहिक औसत दर में छह गुना की वृद्धि हुई है। सक्रिय मामले 21 हजार 394 हो गए हैं। जांच अब 80 हजार प्रतिदिन तक हो रही है।
कुछ जिलों में संक्रमण की दर दस प्रतिशत से ज्यादा है। 96.07 संक्रमित घर पर रहकर उपचार ले रहे हैं।3.3 प्रतिशत मरीज को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है। हालांकि, केंद्र सरकार ने कहा है कि इस स्थिति में कभी भी परिवर्तन हो सकता है। 236 लोग आइसीयू में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सक्रिय प्रकरणों की संख्या भी बढ़ेगी। सचेत और सावधान रहना चाहिए। निश्चिंतता का भाव न रहे। होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की निगरानी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए।
0 टिप्पणियाँ