सीधी जिले के ठेला कारोबारी पड़ रहे प्रशासनिक व्यवस्था पर भारी,सडक़ में फुटपाथी सब्जी व्यवसायियों का कब्जा

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सीधी जिले के ठेला कारोबारी पड़ रहे प्रशासनिक व्यवस्था पर भारी,सडक़ में फुटपाथी सब्जी व्यवसायियों का कब्जा




सीधी जिले के ठेला कारोबारी पड़ रहे प्रशासनिक व्यवस्था पर भारी,सडक़ में फुटपाथी सब्जी व्यवसायियों का कब्जा



*नपा के प्रयासों के उपरांत भी नहीं सुधर रही व्यवस्था

(आर. बी. सिंह, राज)सीधी
शहर में ठेला व्यवसायी प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर पूरी तरह से भारी पड़ रहे हैं। उनकी मनमानी के चलते बाजार क्षेत्र की सभी सडक़ें संकीर्ण हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति संजीवनी पालिका बाजार क्षेत्र की बनी हुई है। यहां सब्जी मंडी संचालित होने के कारण सैकड़ों ठेला व्यवसायी सडक़ों में जमकर आवागमन को पूरी तरह से बाधित कर रहे हैं। 
नगर पालिका सीएमओ के प्रयासों से संजीवनी पालिका बाजार क्षेत्र में भी पटरी से उतरी व्यवस्थाएं कुछ सुधरी हैं। ये अवश्य है कि ठेला व्यवसायियों की मनमानी के चलते समस्याएं अब भी बनी हुई हैं। नगर पालिका की सख्ती पहली बार बाजार क्षेत्र में नजर आई है।

*सब्जी मंडी छोडऩे को तैयार नहीं ठेला व्यवसायी

संजीवनी पालिका बाजार के मुख्य द्वार से लगी सडक़ एवं दक्षिणी द्वार से लगी सडक़ क्षेत्र मेें अव्यवस्थाएं अब भी पूरी तरह से दूर नहीं हुई है। दक्षिणी द्वार के पूरे सडक़ में फुटपाथी सब्जी व्यवसायियों का कब्जा दोनों तरफ बना हुआ है। वहीं ठेला व्यवसायी भी इसी के बीच में अपनी जगह सुरक्षित करने में लगे हुए हैं। 
चर्चा के दौरान कुछ फुटपाथी सब्जी व्यवसायियों ने कहा कि ठेला में सब्जी रखकर बेचने वालों को एक स्थान पर खड़ा नहीं होना चाहिए। इसी वजह से वह ठेला लेकर कारोबार करते हैं। देखा ये जा रहा है कि सीधी बाजार क्षेत्र में प्रशासनिक लापरवाही के चलते ठेला व्यवसायी सडक़ में ही खड़ा होकर अपनी दुकानदारी सुबह 9 बजे से लेकर रात 9 बजे तक करते हैं। उनकी इस मनमानी के चलते ग्राहकों को निकलने के लिए जगह तक नहीं मिल पाती। नगर पालिका द्वारा की गई सख्ती के चलते कुछ ठेला व्यवसायी संजीवनी पालिका बाजार क्षेत्र से गायब हुए थे। अभियान बंद होने पर यह फिर से अपने पुराने स्थानों में जम गये हैं। ऐसे ठेला व्यवसायियों के विरूद्ध जब तक कड़ी कार्यवाही नहीं की जाएगी व्यवस्था में सुधार नहीं आ सकता। 
नगर पालिका को ऐसे व्यवसायियों को ठेला को जब्त करने की कार्यवाही भी शुरू करनी चाहिए जिससे बाजार क्षेत्र की बड़ी अव्यवस्था स्थाई रूप से दूर हो सके। दरअसल अस्पताल तिराहा से लेकर लालता चौक तक के क्षेत्र में एक हजार से ऊपर ठेला व्यवसायी जमे हुए हैं। इनके कारण ही मुख्य सडक़ों के साथ ही संजीवनी पालिका बाजार क्षेत्र की व्यवस्था पूरी तरह से धराशायी है। स्थिति ये है कि गांधी चौक से संजीवनी पालिका बाजार की ओर जाने वाले सभी मार्गों में ठेला व्यवसायियों के चलते दिनभर जाम की स्थिति निर्मित रहती है। कुछ दिन कड़ाई होती है तो व्यवस्थाओं में कुछ सुधार नजर आने लगता है बाद में नगर पालिका की बैठकी वसूली में लगे लोगों की सह से ठेला व्यवसायी फिर से पुराने ठिकाने पर लौटकर बाजार क्षेत्र की व्यवस्थाओं को चौपट कर देते हैं। संजीवनी पालिका बाजार क्षेत्र के दुकान व्यवसायी भी ठेला कारोबारियों की मनमानी से लंबे समय से त्रस्त हैं। इनके द्वारा कई बार यातायात पुलिस से मदद मांगी गई जिसमें स्थाई रूप से राहत नहीं मिल पाई है। शहर में ठेला कारोबारियों की मनमानी सम्राट चौक, अस्पताल तिराहा से शुरू होकर मानस भवन, गांधी चौक, लालता चौक, पटेलपुल, अमहा, गोपालदास मार्ग में सबसे ज्यादा बनी हुई है। 
स्थिति यह है कि फुटपाथी कारोबारियों को जहां भी थोड़ी भूमि खाली मिलती है उनके द्वारा उस स्थान पर स्थाई कब्जा जमाने के लिए टपरे भी बनाने शुरू कर दिये जाते हैं। जिस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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