पुलवामा हमले में शामिल आखिरी आतंकी को भी सुरक्षा बलों ने किया ढेर,हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
कश्मीर के पुलवामा में वर्ष 2019 में हुए आत्मघाती हमले का कश्मीर में सक्रिय अंतिम गुनाहगार समीर डार उर्फ हंजला भाई भी मारा गया है। उसकी मौत को साबित करने के लिए पुलिस अब उसके डीएनए के नमूनों को उसके स्वजन के साथ मिलाकर देखेगी।
यह दावा पुलिस महानिरीक्षक (आइजीपी) कश्मीर विजय कुमार ने शनिवार को किया। समीर डार 10 लाख का इनामी आतंकी था। आइजीपी विजय कुमार ने समीर डार उर्फ हंजला भाई के मारे जाने का दावा करते हुए कहा कि अनंतनाग में 29-30 दिसंबर की मध्यरात्रि को हुई मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों में एक समीर डार भी था। उसकी पहचान की पुष्टि करने के लिए हम उसके डीएनए और उसके स्वजन के नमूनों की जांच करेंगे। पुलिस ने पहले दावा किया था कि अनंतनाग मुठभेड़ में मुफ्ती अल्ताफ, निसार खांडे और एक पाकिस्तानी आतंकी रईस मारा गया है। अल्ताफ के शव की पहचान उसके स्वजन ने की थी।
पुलिस ने 31 जुलाई को दक्षिण कश्मीर के नागबरन तारसर, त्राल में समीर डार को जैश कमांडर अबु इस्माईल उर्फ लंबू भाई उर्फ अल्वी संग मार गिराने का भी दावा किया था। लगभग एक सप्ताह बाद सुरक्षा एजेंसियों को पता चला था समीर है और लंबू के साथ जो दूसरा आतंकी मारा गया है, वह भी एक पाकिस्तानी आतंकी था। समीर जैश-ए-मोहम्मद के उन आतंकियों में एक था।
आपको बता दें कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी। जैश-ए-मोहम्म के आदिल अहमद डार नामक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले के लेथापोरा में सीआरपीएफ के काफिले की बस में अपने वाहन से टक्कर मार दी थी। जिसके बाद बड़ा विस्फोट हुआ था।
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