सीधी: शराबी पिता ने बेटे के सीने में कैंची घोंपकर उतारा मौत के घाट ,सीधी शहर के पुराना बस स्टैण्ड में की है घटना
बीच बचाव में दूसरा बेटा भी घायल
(✍️आर.बी.सिंह, राज) सीधी
कल रविवार की शाम तकरीबन 5:30 बजे शहर के पुराना बस स्टैंड सोनांचल परिसर में उस वक्त अचानक अफरा-तफरी मच गई जब परिसर में स्थित पुलिस चौकी के द्वार पर ही एक पिता ने अपने बेटे को सरेआम मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान बस स्टैंड पुलिस चौकी में उपस्थित पुलिस वाले सिर्फ तमाशबीन जैसे ही बने रहे।
♦️ क्या थी घटना...?
मिली जानकारी के अनुसार शहर के दक्षिण करौंदिया में भवानी मंदिर के पास रहने वाला आरोपी रामस्वार्थ साकेत उम्र 53 पुराना बस स्टैण्ड में मोची की दुकान चलाता है जो घटना के वक्त शराब के नशे में धुत होकर अपने बेटे संजय साकेत 26 वर्ष के साथ गाली-गलौज कर रहा था। इस दौरान आपस में विवाद शुरू हुआ जिस पर वहां उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को शांत करवाया परंतु फिर दूसरी बार जब बेटे ने गाली देने से मना किया तो पिता काफी आवेश में आ गया और उसने जूता सिलने वाली कैंची से बेटे के सीने पर चार बार ताबड़तोड़ हमला करना शुरू दिया। बाप-बेटे के बीच विवाद देखकर वहां मौजूद छोटा बेटा रज्जन साकेत उम्र 24 वर्ष बीच-बचाव के लिए लगा था। कैंची के हमले में उसके भी हांथ मेंं गहरी चोंटे आई हैं जिसे जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
सूचना पाते ही सिटी कोतवाली एवं जमोड़ी थाना के टीआई बल के साथ मौके पर पहुंचे। कैंची के हमले में खून से लथपथ संजय साकेत को जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वहीं आरोपी पिता रामस्वार्थ साकेत भी विवाद में घायल हो गया था जिसको प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई और पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में ले लिया। इस घटना के बाद से पुराना बस स्टैण्ड क्षेत्र में सनसनी छाई रही।
आरोपी के विरूद्ध सिटी कोतवाली ने धारा 302, 324 आईपीसी के तहत आपराधिक मामला पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।
♦️ सीधी पुलिस के लिए एक शर्मनाक घटना
*सोनांचल बस स्टैंड पुलिस चौकी के सामने उसके द्वार पर ही काफी देर तक होते रहे विवाद के उपरांत इस खुलेआम हत्या पर पुलिस चौकी के स्टाफ और सीधी पुलिस पर उसके लॉ एंड ऑर्डर को लेकर एक बेहद गंभीर और शर्मनाक सवालिया निशान लग गया है। यदि सिटी कोतवाली के अंडर में आने वाली इस पुलिस चौकी के स्टाफ के लोग अपने सामने काफी देर से चल रहे विवाद को वक्त पर शांत कराकर अपने कर्तव्य का सच्चा पालन करते तो शायद ये घटना जिसमें एक पिता ने अपने बेटे को ही मौत के घाट उतार दिया घटित ना हो पाती। अपनी पीठ ठोकने में सदैव व्यस्त रहने वाली सिटी कोतवाली पुलिस की कर्तव्यपरायणता पर ये घटना अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा करती है ?
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